भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना गुरुवार को जारी रहा। पहलवानों का कहना है कि जबतक बृजभूषण सिंह को डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पद से हटाया नहीं जाता उनका धरना जारी रहेगा। पहलवान उनके इस्तीफे से कम में किसी भी बात के लिए तैयार नहीं हैं। धरना समाप्त करने के लिए खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ उनकी बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकल सका। खेल मंत्री गुरुवार रात पहलवानों से मिलकर धरना समाप्त करने के लिए कहा था। लेकिन पहलवान तैयार नहीं हुए।
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दरअसल, पहलवानों और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के बीच गुरुवार रात बैठक हुई। यह बैठक करीब चार घंटे तक चली। अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को बृजभूषण सिंह पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया, लेकिन पहलवान धरना खत्म करने को राजी नहीं हुए। उन्हें इस्तीफे से कम कुछ भी स्वीकार नहीं है। इस कारण बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका।
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इससे पहले भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि अगर सरकार यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कार्रवाई नहीं करती है तो महिला पहलवान उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगी। विनेश ने कहा कि यह कल्पना करना मुश्किल है कि देश में महिला पहलवान सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने सरकार से दोषियों को सजा देकर सही मिसाल कायम करने का आग्रह किया।
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विनेश की यह टिप्पणी ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया सहित कई पहलवानों द्वारा डब्ल्यूएफआई और उसके अध्यक्ष के कामकाज का विरोध करने के एक दिन बाद आई है। विनेश ने बुधवार को लखनऊ में राष्ट्रीय शिविरों में बृजभूषण शरण सिंह और कुछ अन्य कोचों पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।
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विनेश ने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो 4-5 महिला पहलवान मामले में एफआईआर दर्ज करा देंगी। अगर हम जैसे पहलवानों के साथ ऐसा हो रहा है तो सोचिए कि अन्य महिलाओं के लिए स्थिति कितनी सुरक्षित है। बता दें कि खेल मंत्रालय ने बुधवार को बृजभूषण शरण सिंह को जवाब देने के लिए 72 घंटे का वक़्त दिया है। वहीं खबर है कि बृजभूषण सिंह को 22 जनवरी को एक आपातकालीन परिषद की बैठक के बाद डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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