सीरीज हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम अब मंगलवार को यहां बे ओवल मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले तीसरे और अंतिम वनडे मैच को जीतकर खुद को सीरीज में क्लीन स्वीप होने से बचाना चाहेगी। पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 5-0 से क्लीन स्वीप करने के बाद भारतीय टीम को वनडे सीरीज के शुरुआत दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, जिससे वह सीरीज भी गंवा चुकी है।
भारत को पहले वनडे में चार विकेट से और दूसरे वनडे में 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। भारत के पास अब खोने के लिए कुछ नहीं बचा है और ऐसे में वह विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को मौका दे सकता है, जो न्यूजीलैंड दौरे पर अभी तक बेंच पर ही बैठे हुए हैं। इसके अलावा मेजबान टीम मनीष पांडे को भी मौका दे सकती है, जिन्होंने टी-20 सीरीज में बेहद शानदार प्रदर्शन किया था। पांडे को केदार जाधव की जगह टीम में शामिल किया जा सकता है, जो पहले दो मैचों में कुछ ज्यादा कमाल नहीं कर पाए थे।
भारतीय टीम जहां इस मैच में खुद को क्लीन स्वीप से बचाना चाहेगी तो वहीं मेजबान न्यूजीलैंड की टीम तीसरा मैच भी जीतकर सीरीज में क्लीन स्वीप करना चाहेगी और टी-20 की क्लीन स्वीप का बदला लेना चाहेगी।
चोटिल केन विलियम्सन के वापस लौटने से टीम को मजबूती मिलेगी। वहीं, टिम साउदी बिमार होने के बावजूद दूसरे मैच में खेले थे, ऐसे में मेजबान टीम उन्हें आराम दे सकती है और उनकी जगह स्कॉट कुजेगलिन को मौका दे सकती है।
भारत ने इस मैदान पर अपना पिछला वनडे मैच जीता था और वह एक बार फिर से उसी सफलता को दोहराकर क्लीन स्वीप से बचना चाहेगा।
भारत: लोकेश राहुल (विकेटकीपर), मयंक अग्रवाल, विराट कोहली (कप्तान), श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, शार्दूल ठाकुर, केदार जाधव, ऋषभ पंत, जसप्रीत बुमराह, पृथ्वी शॉ, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव।
न्यूजीलैंड: मार्टिन गुप्टिल, हेनरी निकोलस, रॉस टेलर, टॉम लाथम (कप्तान), मार्क चैपमैन, जेम्स नीशम, कोलिन डी ग्रांडहोम, मिशेल सैंटनर, टिम साउदी, हामिश बेनेटे, ईश सोढ़ी, टॉम ब्लेंडेल, काइल जैमीसन, स्कॉट कुगलेजिन।
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भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने कबड्डी विश्व कप में हिस्सा लेने के लिए भारतीय टीम के पाकिस्तान पहुंचने पर हैरानी जताई है। आईओए के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने सोमवार को बताया कि जो लोग शनिवार को लाहौर पहुंचे हैं, वे देश के अधिकारी नहीं हैं और इसलिए वे अपने बैनर तले 'भारत' शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते है क्योंकि वे एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया (एकेएफआई) द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है।
बत्रा ने कहा, “आईओए ने उन्हें अपनी मंजूरी नहीं दी है और ना ही महासंघ ने उन्हें मंजूरी दी है। इसलिए मुझे नहीं पता कि कौन गए हैं। पता नहीं 60 गए हैं या 100। मुझे कुछ नहीं पता। कबड्डी फेडरेशन, जोकि आईओए का सदस्य है, उसने हमसे पुष्टि की है कि उन्होंने किसी को नहीं भेजा है। मैंने खेल मंत्रालय का बयान पढ़ा है जिसमें भी पुष्टि की गई है कि उन्होंने किसी को इसकी मंजूरी नहीं दी है। इसलिए मुझे नहीं पता कि वे कौन है और क्या कहानी है।”
भारतीय टीम वाघा सीमा के रास्ते लाहौर पहुंची। पाकिस्तान में पहली बार कबड्डी विश्व कप का आयोजन हो रहा है। इसमें भारत समेत दस देशों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। बत्रा ने कहा, “जब तक हमारे सदस्य इकाई इसे मंजूरी नहीं देते तब तक वे 'भारत' शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसके लिए आपको आईओए और सरकार से अनुमति लेनी होगी, तभी आप उस शब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं। भारतीय पासपोर्ट वाले कुछ लोग भारत के रूप में वहां जाते हैं और खेलते हैं। लेकिन मैं पाकिस्तान के बारे में कुछ नहीं कह सकता, यह मेरे अधिकार से बाहर है।”
विदेश में होने वाले टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय महासंघों को खेल मंत्रालय से इजाजत लेने की जरूरत होती है। खेल मंत्रालय फिर इसके लिए गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अनुमति मांगता है। इस बीच, एकेएफआई के प्रशासक जस्टिस (रिटायर्ड हर्ट) एपसी गर्ग ने कहा है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि कोई टीम पाकिस्तान गई है।
उन्होंने एक बयान में कहा, "किसी भी टीम ने पाकिस्तान जाने और वहां कबड्डी मैच खेलने के लिए एकेएफआई से अनुमति नहीं ली है। एकेएफआई ऐसे कामों के लिए समर्थन नहीं करता है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।"
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भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के कप्तान प्रियम गर्ग ने विश्व कप फाइनल के बाद बांग्लादेश के खिलाड़ियों के व्यवहार को बेहद गंदा बताया है। बांग्लादेश ने रविवार को यहां सेनवेस पार्क मैदान पर खेले गए आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में मौजूदा चैंपियन भारत को डकवर्थ लुइस नियम के तहत तीन विकेट से हराकर पहली बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया।
इस जीत के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने भारतीय खिलाड़ियों के साथ अनुचित व्यवहार किया और भारतीय खिलाड़ियों पर अनुचित टिप्पणी भी की। भारतीय कप्तान ने मैच के बाद कहा, "हम सहज थे। हम जानते हैं कि यह गेम का हिस्सा है। कभी आप जीतते हैं तो कभी हारते हैं, लेकिन उनका बर्ताव (रिएक्शन) बहुत गंदा था। मुझे लगता है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था लेकिन कोई बात नहीं।"
इस बीच, बांग्लादेश टीम के कप्तान अकबर अली ने कहा है कि वह अपनी टीम के व्यवहार लिए माफी मांगना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था।” अकबर ने कहा, “मुझे पूरी तरह से नहीं पता कि क्या हुआ और न ही मैं पूछ रहा था कि क्या चल रहा है। लेकिन आप जानते हैं फाइनल में भावनाएं बाहर आ ही जाते हैं। कई बार खिलाड़ी अपनी भावनाओं को नहीं रोक पाते। एक युवा होने के नाते, ऐसा नहीं होना चाहिए था। किसी भी स्थिति में, हमें विरोधियों के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए। हमें खेल के प्रति सम्मान रखना चाहिए।”
उन्होंने साथ ही कहा, “क्रिकेट को जैंटलमैन गेम के नाम से जाना जाता है और इसलिए मैं आखिर में कहना चाहता हूं कि मैं अपनी टीम की तरफ से माफी मांगता हूं।”
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