करिश्माई फारवर्ड क्रिस्टियानो रोनाल्डो की शानदार हैट्रिक की बदौलत पुर्तगाल ने शुक्रवार देर रात फीफा विश्व कप के ग्रुप बी के अपने पहले मुकाबले में स्पेन के खिलाफ 3-3 से ड्रा खेलकर एक अंक अर्जित किया।
वहीं सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में ग्रुप-बी के मैच में ईरान ने मोरक्को को 1-0 के अंतर से हरा दिया। हालांकि इस जीत में ईरान का हाथ नहीं था क्योंकि मोरक्को ने आत्मघाती गोल कर खुद अपनी किस्मत में हार लिखी।
दूसरी तरफ उरुग्वे ने एकातेरीनाबर्ग स्टेडियम में खेले गए संघर्षपूर्ण मैच में मिस्र के खिलाफ 1-0 से जीत हासिल की। जोस गिमेनेज (90वें मिनट) की ओर से अंतिम मिनट में सिर से किए गए गोल के दम पर इस मैच में मिस्र के स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह की कमी साफ नजर आ रही थी, क्योंकि उनकी टीम का फारवर्ड उरुग्वे के डिफेंस को भेदने में असफल रहा।
पुर्तगाल के कप्तान रोनाल्डो ने अपने करियर में पहली बार स्पेन के खिलाफ गोल दागा। स्पेन के लिए इस मैच में डिएगो कोस्टा ने दो जबकि नाचो फनार्डीज ने एक गोल किया।
फिश्ट स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में पुर्तगाल ने तेज शुरुआत की और पहले मिनट से ही टीम लय में नजर आई। चौथे मिनट में स्पेन के डिफेंडर नाचो ने रोनाल्डो को बॉक्स में गिरा दिया जिसके कारण पुर्तगाल को पेनाल्टी मिली और रोनाल्डो ने गेंद को गोल में डालकर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी।
स्पेन ने इस शुरुआती झटके से उबरने के लिए अपना स्वाभाविक खेल खेलना शुरू किया और अधिक समय तक गेंद पर नियंत्रण बनाने का प्रयास किया। धीरे-धीरे स्पेन की टीम लय में आई और 10वें मिनट में डेविड सिल्वा ने स्पेन को बराबरी पर लाने का प्रयास किया लेकिन वह गेंद को गोल में नहीं डाल पाए।
पुर्तगाल को 22वें मिनट में अपनी बढ़त को दोगुना करने का मौका मिला लेकिन टीम के फारवर्ड गोनकालो गुएडेस अपने कप्तान रोनाल्डो से मिले पास पर गोल करने में कामयाब नहीं हो पाए।
इसके दो मिनट बाद, स्पेन के शक्तिशाली स्ट्राइकर डिएगो कोस्टा ने अपने दम पर विपक्षी टीम की डिफेंस को भेदते हुए बॉक्स के बाहर से स्पेन के लिए बराबरी का गोल दागा।
बराबरी का गोल करने के बाद स्पेन का खेल और बेहतर हुआ। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि पहला हाफ 1-1 के स्कोर पर समाप्त होगा, लेकिन 44वें मिनट में रोनाल्डो ने 18 गज के बॉक्स के बाहर से शॉट मारा जिसे स्पेन के गोलकीपर डेविड डि गिया पकड़ नहीं पाए और पुर्तगाल ने मैच में 2-1 बढ़त बना ली।
दूसरे हाफ में स्पेन के खेल में अधिक आक्रामकता नजर आई और टीम को 55वें मिनट में फ्री-कि मिली। डेविड सिल्वा ने गेंद को मिडफील्डर सर्गियो बुस्क्वेट्स की ओर उछाला, बुस्क्वेट्स हेडर लगाने में कामयाब रहे और गेंद डिएगो कोस्टा की ओर गई जिसे गोल में डालकर स्पेन के स्ट्राइकर ने एक बार फिर अपनी टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया।
इसके तीन मिनट बाद, डिफेंडर नाचो फनार्डीज ने अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए पहला गोल दागकर स्पेन को मैच में बढ़त दिला दी। नाचो ने यह शानदार गोल बॉक्स के दाएं छोर से किया।
मैच में पहली बार बढ़त बानने के बाद स्पेन ने विपक्षी टीम को वापसी करने के अधिक मौके नहीं दिए। 88वें मिनट में पुर्तगाल को बॉक्स के बाहर फ्री-किक मिली और रोनाल्डो ने एक बार फिर यह दर्शाया की क्यों उन्हें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ फुटबाल खिलाड़ी कहा जाता है।
रोनाल्डो ने फ्री-किक पर शानदार गोल करते हुए अपनी हैट्रिक पूरी की और पुर्तगाल इस मैच से एक अंक अर्जित करने में कामयाब रहा। रोनाल्डो अपने करियर में अब तक 51 बार हैट्रिक लगा चुके हैं।
मैच गोलरहित बराबरी की ओर बढ़ रहा था तभी इंजुरी टाइम (95वें मिनट में) ईरान को फ्री किक मिली जिसे एहसान साजी साफी ने बॉक्स के अंदर भेजा। गोलपोस्ट के सामने खड़े मोरक्को के अजिज बोउहादोउज ने हेडर के लिए गेंद को बाहर भेजना चाहा, लेकिन दुर्भाग्यवश वह गेंद को गोलपोस्ट के अंदर मार बैठे और ईरान को बिना मेहनत के जीत मिल गई।
यह ईरान की विश्व कप में दूसरी जीत है। इससे पहले उसने 1998 में अमेरिका को मात देकर अपनी पहली जीत हासिल की थी।
ईरान ने इस मैच में अधिकतर समय गेंद अपने पास रखी लेकिन मौके बनाने के मामले में मोरक्को आगे रही, हालांकि मौको को वो गोल में तब्दील करने में असफल रही।
मैच के शुरुआती 20 मिनट में पूरी तरह से मोरक्को का जलवा था जिसने ईरान के डिफेंस को बिखेर दिया था। शुरुआती विफलता के बाद ईरान ने अपने आप को संभाला और कमजोर डिफेंस की भरपाई आक्रामण पंक्ति को मजबूत कर की।
मोरक्को ने दूसरे मिनट में ईरान के खेमे में हमला बोला और अमिने हरित ने गोल करने का प्रयास किया, जो विफल रहा। ईरान ने शुरुआती असफलता के बाद अपने आप को संभाला और 25वें मिनट में अजमोउन ने सेंटर से एक बेहतरीन मौका ईरान के लिए बनाया। गोल हालांकि हो नहीं सका क्योंकि अजमोउन गेंद को बाहर खेल बैठे थे।
खेल में सुधार कर गोल करने की कोशिशें में लगी ईरान के पास इस हाफ का सबसे अच्छा और सरल मौका 43वें मिनट में आया। अजमोउन मिडफील्ड से गेंद लेकर दाएं कोने से आगे बढ़े। उनके पास गोलकीपर मुनीर मोहामेदी को छकाने का वन-टू-वन शानदार मौका था लेकिन मुनीर ने उनके शॉट को लेकर ईरान को गोल से महरूम ही रखा।
49वें मिनट बाद में बी अमराबत ने मोरक्को के लिए एक और मौका बनाया और गेंद बाएं छोर से हरित को दी जिन्होंने गेंद को बाहर मार गोल करने का मौका गंवा दिया।
अंत के 20 मिनट में दोनों टीमों ने कुछ बदलाव किए। हालांकि यह बदलाव दोनों टीमों को गोल नहीं दिला पाए। तय समय में गोल नहीं हो सका। मैच के इंजुरी टाइम में ईरान की किस्मत मोरक्को की किस्मत पर भारी पड़ गई और उसे विश्व कप इतिहास की दूसरी जीत नसीब हुई।
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पहले हाफ अपने स्टार फारवर्ड मोहम्मद सलाह के बगैर उतरी मिस्र की टीम ने एडिसन कवानी और बार्सिलोना के बेहतरीन खिलाड़ी लुइस सुआरेज जैसे दिग्गज फारवर्ड खिलाड़ियें से सजी उरुग्वे की टीम को अपने अच्छे डिफेंस के दम पर शुरुआती बढ़त नहीं लेने दी।
उरुग्वे ने भी अच्छे डिफेंस का प्रदर्शन किया, लेकिन उसके मिडफील्ड में अनुभव की कमी साफ नजर आई। उसने मैच के 23वें मिनट में बेहतरीन गोल के अवसर को गंवा दिया। उरुग्वे की टीम को कॉर्नर मिला और फुटबाल सुआरेज के पास थी। उन्होंने किक तो मारी, लेकिन फुटबाल किनारे से बाहर निकल गई।
इससे पहले, आठवें मिनट में कवानी को भी गोल का अवसर मिला था। उन्होंने गोल पोस्ट के बॉक्स के बाहर से किक मारी, लेकिन मिस्र के गोलकीपर मोहम्मद एल शेनवाई ने शानदार तरीके से इसे सेव कर लिया।
दो शानदार मौके गंवाने के बावजूद मिस्र का डिफेंस डटा रहा। बेंच पर बैठे स्टार खिलाड़ी सलाह इस पूरे मैच को देख रहे थे। 1990 के बाद पहली बार विश्व कप में हिस्सा ले रही इस टीम को भी उरुग्वे के गोल पोस्ट तक पहुंचने के दो अवसर मिले थे, लेकिन वह इस अवसर को भुना नहीं पाई।
दूसरे हाफ की शुरुआत में भी उरुग्वे का अटैक मिस्र के डिफेंस के आगे कमजोर नजर आया। 47वें मिनट में ही एक बार फिर सुआरेज को शानदार गोल का मौका मिला था। कवानी ने सुआरेज को फुटबाल पास की थी, लेकिन एक बार फिर मिस्र के गोलकीपर शेनवाई ने शानदार तरीके से सेव करते हुए उरुग्वे की इस कोशिश पर भी पानी फेर दिया।
इस बीच, 49वें मिनट में मिस्र के खिलाड़ी तारेक हामेद को पैर में चोट लग गई और उनके स्थान पर सैम मोर्सी को मैदान पर भेजा गया।
गोल करने के अवसरों को गंवाने वाले सुआरेज 73वें मिनट में एक बार फिर मिस्र के गोल पोस्ट तक पहुंचे, लेकिन फिर शेनवाई ने सुआरेज के पैरों पर फंसी फुटबाल को अपने हाथों से रोक लिया और सुआरेज एक बार फिर गोल करने से चूक गए।
कई बार उरुग्वे के गोल पोस्ट के बॉक्स तक आकर फंसी रह गई मिस्र के खिलाड़ियों को 80वें मिनट में अच्छा अवसर मिला था, लेकिन मुसलेरा का शॉट गोल पोस्ट के ऊपर से निकल गया।
इस मैच में मिस्र के लिए स्टार बनकर उभरे गोलकीपर शेनवाई ने 83वें मिनट में सुआरेज और कवानी की जुगलबंदी को करारा जवाब दिया। सुआरेज से मिले पास को कवानी ने सीधा शॉट मारकर मिस्र के गोल पोस्ट पर फेंका लेकिन शेनवाई ने बेहतरीन तरीके से सेव कर लिया। 88वें मिनट में कवानी ने फ्री किक से गोल मारा, लेकिन वह गोल पोस्ट तक नहीं पहुंचा।
इतनी मशक्कत के बाद आखिरकार 90वें मिनट में सांचेज ने राइट से फ्री किक से शॉट पास किया, जिसे एटलेटिको मेड्रिड के खिलाड़ी जोस गिमेनेज ने सिर से शॉट मारकर मिस्र के गोल पोस्ट पर पहुंचाया और उरुग्वे को बड़ी सफलता दिलाई।
दोनों टीमों को पांच मिनट का इंजुरी टाइम दिया गया। हालांकि, इसमें दोनों टीमों के बीच कोई गोल नहीं हुआ और अंत में उरुग्वे ने 1-0 से जीत हासिल की।
फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के अपने अगले मुकाबले में पुर्तगाल बुधवार को मोरक्को से भिड़ेगी जबकि स्पेन का समाना ईरान से होगा।
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