स्पेन ने रूस में जारी फीफा विश्व कप के ग्रुप बी के एक रोमांचक मुकाबले में बुधवार देर रात ईरान को 1-0 से शिकस्त दी। मैच का एकमात्र गोल स्ट्राइकर डिएगो कोस्टा ने किया और स्पेन को विश्व कप के 21वें संस्करण की पहली जीत दिलाई। कजान ऐरेना में खेले गए इस मुकाबले में ईरान ने रक्षात्मक रूप से शानदार प्रदर्शन किया और स्पेन के गेंद पर बेहतर नियंत्रण के बावजूद उनके फारवर्ड खिलाड़ियों को अपने बॉक्स में अधिक जगह नहीं दी। स्पेन को नौवें मिनट में बॉक्स के बाहर बाएं फ्लेंक पर फ्री-किक मिली। मिडफील्डर डेविड सिल्वा ने बेहतरीन क्रॉस दिया लेकिन बॉक्स में कोई भी खिलाड़ी गेंद के पास नहीं पहुंच पाया।
2010 फीफा विश्व का खिताब जीतने वाली स्पेन ने अपने स्वाभाविक खेल को जारी रखा। 25वें मिनट में टीम को बॉक्स के बाहर 30 गज की दूरी से फ्री-किक पर गोल करने का मौका मिला लेकिन ईरान के गोलकीपर अली बिरेवांड ने सिल्वा के शॉट को आसानी से रोक लिया।
मैच के 30वें मिनट में स्पेन ने ईरान के बॉक्स में एक बार फिर खलबली मचाई। सिल्वा ने छह गज की दूरी से बाइसाइकिल किक लगाकर पहला गोल करने का प्रयास किया लेकिन वह गेंद को गोलपोस्ट के ऊपर से मार बैठे। ईरान को 36वें मिनट में मैच का पहला कॉर्नर मिला। हालांकि, वे स्पेन के डिफेंस को भेदने में कामयाब नहीं हो पाए।
स्पने ने दूसरे हाफ में भी अपने दमदार प्रदर्शन को जारी रखा। मैच के 50वें मिनट में मिडफील्डर सर्गियो बुस्क्वेट्स ने बॉक्स के बाहर से जोरदार शॉट लगाया लेकिन बिरेवांड ने अपने बाईं ओर कूदते हुए शानदार बचाव किया।
इसके चार मिनट बाद, स्पेन के सबसे अनुभवी खिलाड़ी आंद्रेस इनिएस्ता ने बॉक्स के अंदर मौजूद स्ट्राइकर कोस्टा को पास दिया जिन्होंने गेंद को गोल में डालकर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी।
अपना 100वां अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहे स्टार स्ट्राइकर लुइस सुआरेज के 23वें मिनट में किए गए गोल के दम पर उरुग्वे ने सऊदी अरब को 1-0 से मात देकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की। इस जीत के साथ उरुग्वे के दो मैचों में छह अंक हो गए हैं। मेजबान रूस के भी ग्रुप-ए में छह अंक है, लेकिन गोल का अंतर बेहतर होने के कारण वे अंकतालिका में पहले स्थान पर हैं।
यह 1954 के बाद पहली बार है जब उरुग्वे ने विश्व कप के ग्रुप दौर में लगातार दो मैच जीते हों। इस जीत ने उरुग्वे की अंतिम-16 में जगह पक्की कर दी है। पहले हाफ में दोनों टीमों के बीच बराबरी का मुकाबला देखा गया, लेकिन दूसरे हाफ में उरुग्वे की टीम पूरी तरह से सऊदी अरब को बैकफुट पर रखने में कामयाब रही।
पहले हाफ के शुरुआती पलों में सऊदी अरब ने उरुग्वे के डिफेंस की परीक्षा ली। उरुग्वे ने हालांकि तुरंत वापसी की और सुआरेज ने गोल कर उसे अहम बढ़त दिला दी। 23वें मिनट में उरुग्वे को कॉर्नर मिला जिसे कार्लोस सांचेज ने लिया। सांचेज की किक सीधी खाली खड़े सुआरेज के पैर पर आई और इस स्टार खिलाड़ी ने अपने पैर के इशारे भर से गेंद को नेट में डाल उरुग्वे को 1-0 से आगे कर दिया।
इसी के साथ सुआरेज विश्व कप में अपने देश के लिए सबसे ज्यादा गोल करने के मामले मे तीसरे स्थान पर आ गए हैं। यह सुआरेज का विश्व कप में छठा गोल था। पहले स्थान पर आठ गोल करने वाले ओस्कर मिग्युसे हैं।
Published: 21 Jun 2018, 10:52 AM IST
कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो द्वारा हेडर के जरिए किए गए गोल की मदद से पुर्तगाल ने मोरक्को को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप-2018 में अपना जीत का खाता खोल दिया। लुज्निकी स्टेडियम में इस हार के बाद मोरक्को की टीम नॉकआउट से लगभग बाहर हो गई है। उसे ग्रुप-बी में खेले गए पहले मैच में ईरान से हार का सामना करना पड़ा था।
चौथे ही मिनट में कॉर्नर से मिले गोल के अवसर को पुर्तगाल के लिए कप्तान रोनाल्डो ने जाया नहीं जाने दिया। बर्नाडो सिल्वा ने कॉर्नर से गोल पास किया, जिसे रोनाल्डो ने हेडर के शॉट के साथ मोरक्को के गोल पोस्ट तक पहुंचाकर पुर्तगाल का खाता खोला।
रोनाल्डो विश्व स्तर पर सबसे अधिक गोल दागने वाले यूरोपीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुल 85 गोल किए हैं। यही नहीं, वह विश्व कप चार या उससे अधिक गोल करने वाले दूसरे पुर्तगाली खिलाड़ी हैं। 1966 में युसेबियो ने 9 गोल दागे थे। रोनाल्डो ने स्पेन के खिलाफ 3 गोल किए थे। वह मुकाबला 3-3 से बराबरी पर छूटा था।
पुर्तगाल के सामने मोरक्को का डिफेंस बेहद कमजोर था। आठवें मिनट में रोनाल्डो को एक और मौका मिला, लेकिन उनका शॉट गोल पोस्ट के बेहद करीब से होकर गुजर गया।
रोनाल्डो की टीम के खिलाफ संघर्ष कर रही मोरक्को को 10वें मिनट में कॉर्नर से गोल का अवसर मिला, लेकिन पुर्तगाल के गोलकीपर रुइ पेट्रिको ने इसे शानदार तरीके से बचाव कर लिया। पहले गोल के साथ बढ़त हासिल करने वाली पुर्तगाल कहीं न कहीं अपनी लय को खो रही थी। हालांकि, इस बीच 30वें मिनट में रोनाल्डो ने फ्रीकिक पर गोल किया, लेकिन मोरक्को ने इसे असफल कर दिया।
मोरक्को को 78वें और 79वें मिनट में फ्री किक से गोल करने के दो अवसर मिले। पहले मौके पर कप्तान बेनातिया का हेडर गोल पोस्ट के की बाहरी ओर निकल गया, वहीं दूसरी कोशिश भी नाकाम हो गई।
पुर्तगाल के डिफेंस पर मोरक्को का अटैक लगातार जारी था, लेकिन उसकी हर कोशिश नाकाम हो रही थी। मैच के निर्धारित समय की समाप्ति के बाद पांच मिनट के अतिरिक्त समय में 93वें मिनट में कप्तान बेनातिया को गोल करने का अवसर मिला था, लेकिन वह इसमें भी नाकाम रहे और इस कारण आखिरकार मोरक्को को पुर्तगाल से 0-1 से हार का सामना करना पड़ा।
Published: 21 Jun 2018, 10:52 AM IST
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Published: 21 Jun 2018, 10:52 AM IST