पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने स्लो ओवर रेट को लेकर आईसीसी के नए नियम को सबसे खतरनाक बताया है। उन्होंने कहा है कि धीमे ओवर रेट के लिए इससे बड़ी सजा कुछ और नहीं हो सकती है। दरअसल आईसीसी ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दो नए नियम लागू किए हैं। इनमें से एक नियम स्लो ओवर रेट को लेकर है और दूसरा नियम ऑप्शनल ड्रिंक ब्रेक का है। इस महीने से ही टी20 मैचों में स्लो ओवर रेट के लिए बड़ी सजा टीमों को मिलेगी। अगर कोई टीम तय समय के अंदर अपने पूरे ओवर नहीं कर पाती है तो उसके बाद से उस टीम से एक फील्डर को 30 यार्ड सर्कल के बाहर कम कर दिया जाएगा। टी20 क्रिकेट में पावरप्ले के बाद टीमें 30 गज के बाहर पांच फील्डर्स को रख सकती हैं लेकिन अगर कोई टीम तय समय के भीतर अपने ओवर पूरे नहीं कर पाती है तो फिर वो चार ही फील्डर 30 गज के बाहर रख पाएगी। अपने यू-ट्यूब चैनल पर शेयर किए गए वीडियो में आकाश चोपड़ा ने इस नए नियम को लेकर प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, आईसीसी ने कहा है कि स्लो ओवर रेट पर काफी बड़ा सजा मिलेगी। मेरी राय में इससे बड़ी सजा कुछ और नहीं हो सकती है। अन्य सभी पेनल्टी का कोई मतलब नहीं है। चाहे आप कप्तान को बैन करें या फिर आईपीएल में टीम के ऊपर फाइन लगाएं, मैच फीस कट करें उसका कोई मतलब नहीं रह जाता है। इस नए नियम की खास बात ये है कि अगर आप गलती करेंगे तो उसकी सजा तुरंत आपको मिलेगी। अब खिलाड़ी जल्दी-जल्दी ओवर्स खत्म करने की कोशिश करेंगे। मेरी राय में ये एक बहुत ही बेहतरीन नियम है।
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इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक चाहते हैं कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जिमी एंडरसन को गेंदबाजी कोच बनाए, क्योंकि उनके पास काफी कौशल है, जो अगली पीढ़ी को दिया जा सकता है। 168 टेस्ट मैचों में 639 विकेटों लेने वाले 39 वर्षीय एंडरसन अभी भी खेल के सबसे लंबे प्रारूप में इंग्लैंड का सबसे शक्तिशाली गेंदबाज है और वर्तमान समय में एशेज सीरीज में भी अपना कमाल दिखा रहे हैं। कुक ने शनिवार को मिरर डॉट को डॉट यूके से कहा, "यह स्पष्ट है कि जब उन्होंने 160 से अधिक मैचों में 600 विकेट लिए हैं तो उनके पास गेंदबाजी के बारे में काफी ज्ञान होगा, क्योंकि निस्संदेह वह सबसे कुशल तेज गेंदबाज हैं, जिनके साथ या उनके खिलाफ मैं खेला हूं।" 2021 में 21.74 की औसत से 39 विकेट लेने के बाद एंडरसन अपने करियर के अंतिम छोर पर हैं। उन्हें लेकर कुक ने कहा कि ईसीबी को उन्हें बॉलिंग कोच के रूप में कोचिंग स्टाफ में शामिल करना चाहिए।
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पांचवें एशेज टेस्ट के लिए जोश हेजलवुड की वापसी के बारे में चयनकर्ता टोनी डोडेमैड अनिश्चित थे, लेकिन हेजलवुड अब पांचवे टेस्ट में नहीं खेलेंगे। यह जानकारी ऑस्ट्रेलियाई मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने दी। पांचवा टेस्ट हार्बट में खेला जाएगा। हेजलवुड को एशेज के पहले टेस्ट में एक साइड स्ट्रेन का सामना करना पड़ा था। तब से उन्होंने सीरीज में भाग नहीं लिया। तेज गेंदबाज ने संकेत दिया था कि वह वर्तमान में चल रहे एससीजी में चौथे टेस्ट के लिए वापसी करने की कोशिश करेंगे, लेकिन अभी वह पूरी तरह से फिट नहीं हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ता डोडेमैड ने शनिवार को पुष्टि की कि हेजलवुड को सीरीज से बाहर कर दिया गया है।
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पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट, शेन वार्न और केरी ओकीफ का मानना है कि बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को एशेज के आखिरी टेस्ट होबार्ट में भी बरकरार रखा जाना चाहिए। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में चल रहे चौथे एशेज टेस्ट में ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 137 और दूसरी पारी में 101 रन बनाए, जिससे उन्होंने ढाई साल बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार वापसी की। एससीजी टेस्ट के दोनों पारियों में शतक लगाने वाले 35 वर्षीय पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की विशेष सूची में शामिल हो गए। ख्वाजा की शानदार पारियों ने सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस पर आखिरी एशेज टेस्ट से पहले अपने स्थान पर बने रहने का दबाव बना दिया है। फॉक्स क्रिकेट पर टिप्पणी करते हुए गिलक्रिस्ट ने महसूस किया कि ख्वाजा ने देश के शीर्ष छह बल्लेबाजों में से खुद को साबित किया है। उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि उन्हें टीम में मौका मिलता रहना चाहिए। वहीं चयनकर्ताओं और विशेष रूप से जस्टिन लैंगर मार्कस हैरिस को मौका देते चले जा रहे हैं और हैरिस ने पिछले दोनों मौके गंवाए हैं। मुझे लगता है कि उस्मान ख्वाजा ने स्पष्ट रूप से दिखाया है कि वह ऑस्ट्रेलिया में शीर्ष छह सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में एक है।"
उन्होंने यह भी कहा कि ख्वाजा ने अब पाकिस्तान के विदेशी टेस्ट दौरे के लिए चुने जाने के लिए एक मजबूत दावेदारी पेश की। महान लेग स्पिनर वार्न को लगता कि ख्वाजा अब ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन से दूर नहीं हो सकते हैं। मैं सोचता था कि हैरिस को एक-दो मैचों में मौका मिलना चाहिए, लेकिन अब ख्वाजा ने खुद को साबित किया है और इसलिए होबार्ट में उनको ही मौका दिए जाने की उम्मीद करते हैं।" ओकीफ का मानना है कि सिडनी में अपने प्रदर्शन के बाद ख्वाजा को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना असंभव है।
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भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने शनिवार को कहा कि वरिष्ठ बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम का नेतृत्व करना चाहिए था। भारत ने दूसरा टेस्ट सात विकेट से गंवा दिया, क्योंकि प्रोटियाज के कप्तान डीन एल्गर ने नाबाद 96 रन बनाकर रिकॉर्ड 240 रनों का पीछा किया था। भारत के टेस्ट कप्तान कोहली चोट के कारण दूसरे टेस्ट से चूक गए थे और नए उपकप्तान केएल राहुल को इस मैच में कप्तानी का जिम्मा सौंपा गया था।
राहुल ने पहली पारी में अर्धशतक बनाया, लेकिन उनकी कप्तानी विशेषकर चौथी पारी में, सवालों के घेरे में आ गई, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका की टीम बिना किसी दबाव के लक्ष्य का पीछा करने में सफल रही थी। इस पर जाफर ने कहा, "मैं टीम प्रबंधन के फैसले से हैरान हूं।" उन्होंने कहा, "जब आपके पास अजिंक्य रहाणे जैसा खिलाड़ी उपलब्ध हो, जिसने कप्तान के तौर पर कोई टेस्ट नहीं हारा हो और आपको ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जिताई हो, तो क्या आपको केएल राहुल को टेस्ट कप्तानी देने की जरूरत है?
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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