राजनीति

उद्धव का पलटवार, बागियों को शिवसेना और ठाकरे के नाम के बिना चुनाव जीतने की दी चुनौती

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विद्रोहियों को चुनौती दी कि वे शिवसेना या पार्टी के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे का नाम लिए बिना साहस दिखाएं और लोगों के बीच जाएं।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बागियों पर जबरदस्त पलटवार करते हुए शुक्रवार को उन्हें शिवसेना या ठाकरे के नाम का इस्तेमाल किए बिना चुनाव जीतने की चुनौती दी। साथ ही सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी सरकार को बचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। शिवसेना के जिलाध्यक्षों और अन्य लोगों की एक बैठक को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्होंने आधिकारिक आवास 'वर्षा' छोड़ दिया है, लेकिन पार्टी के लिए अपनी 'लड़ने की इच्छाशक्ति' नहीं खोई है।

Published: 24 Jun 2022, 7:34 PM IST

विद्रोहियों के नेता एकनाथ शिंदे की आलोचना करते हुए उन्होंने याद किया कि कैसे उन्होंने उनके लिए बहुत कुछ किया, फिर भी शिंदे शिवसेना और ठाकरे के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।

Published: 24 Jun 2022, 7:34 PM IST

ठाकरे ने कहा, "मैंने शिंदे के लिए हर संभव कोशिश की.. मैंने उन्हें शहरी विकास विभाग आवंटित किया, जिसे मैंने संभाला। उनके बेटे (डॉ श्रीकांत शिंदे) दो बार के सांसद हैं और अब वे मेरे बेटे (मंत्री आदित्य ठाकरे) पर टिप्पणी कर रहे हैं और मेरे ऊपर भी कई आरोप लगा रहे हैं।"

Published: 24 Jun 2022, 7:34 PM IST

उन्होंने विद्रोहियों को चुनौती दी कि वे शिवसेना या पार्टी के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे का नाम लिए बिना साहस दिखाएं और लोगों के बीच जाएं। सीएम ने दोहराया कि कैसे वह उनकी मर्जी के खिलाफ सीएम बने थे और सत्ता पर काबिज होने की उनकी कोई इच्छा नहीं थी।

Published: 24 Jun 2022, 7:34 PM IST

उन्होंने कहा, "अब, जो लोग दावा करते थे कि वे शिवसेना छोड़ने के बजाय अपनी जान दे देंगे, वे यहां से भाग गए हैं। बागी पार्टी को नष्ट करना चाहते हैं। मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा और यहां तक कि छोड़ने की पेशकश की.. मैंने 'वर्षा' बंगला खाली कर दिया है, लेकिन लड़ने का संकल्प नहीं छोड़ा है।"

शिवसेना प्रमुख ने यह कहते हुए मैदान खोल दिया कि पार्टी में कोई भी जाने के लिए स्वतंत्र है और वे सांसदों या अन्य को ले जा सकते हैं, लेकिन पार्टी की जड़ें नहीं, जो बरकरार हैं।


आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: 24 Jun 2022, 7:34 PM IST

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Published: 24 Jun 2022, 7:34 PM IST