तेलंगाना के वरिष्ठ दलित नेता मोटकुपल्ली नरसिम्हुलु ने शुक्रवार को पार्टी के भीतर मान्यता की कमी और दलितों की जमीन हड़पने के आरोपी एटाला राजेंद्र पर आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से इस्तीफा दे दिया। तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष बंदी संजय कुमार से नरसिम्हुलु ने कहा, "ऐसे समय में जब राज्य और देश में कई राजनीतिक उथल-पुथल हो रही हैं, मैं निस्वार्थ सेवा करने के लिए पार्टी में शामिल हुआ था लेकिन पार्टी मेरे लंबे राजनीतिक अनुभव को देखते हुए मुझे सही जगह देने में विफल रही।"
Published: undefined
उन्होंने अफसोस जताया कि भगवा पार्टी ने उन्हें पार्टी की केंद्रीय समिति में एक कार्यकारी सदस्य की भूमिका भी नहीं दी। नरीसिम्हुलु ने पार्टी के भीतर से मिली मिली-जुली प्रतिक्रिया के बारे में तब शिकायत की, जब उन्होंने हाल ही में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से दलितों के लिए अपने विचार रखने के निमंत्रण पर मुलाकात की थी।
Published: undefined
दलित नेता ने तेलंगाना के बर्खास्त स्वास्थ्य मंत्री को बिना उनसे सलाह किए भाजपा में शामिल किए जाने की ओर भी इशारा किया। नरसिम्हुलु ने कहा कि वह इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि पार्टी उनके जैसे व्यक्ति को दूर रख रही है जो मूल्यों के लिए काम करता है। वह पहले तेलुगु देशम पार्टी के सदस्य थे और अब बीजेपी से भी इस्तीफा दे दिया है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined