तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईडीएमके) को आगामी विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और कांग्रेस का गठबंधन इस बार बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार करने को लेकर तैयार है। यह बात कई राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले किए गए आईएएनएस सी-वोटर सर्वेमें सामने आई है।
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सर्वे के अनुसार तमिलनाडु में डीएमके के नेतृत्व वाले यूपीए को 234 सदस्यीय विधानसभा में 162 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है। सर्वे में भविष्यवाणी की गई है कि एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके-कांग्रेस गठबंधन इस बार राज्य में 162 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, जबकि इसे 2016 के विधानसभा चुनावों में महज 98 सीटें मिल पाई थीं। यानी आगामी चुनावों में गठबंधन को 64 सीटों का फायदा मिलता दिखाई दे रहा है।
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सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि एआईडीएमके, बीजेपी और अन्य के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ एनडीए को विधानसभा चुनाव में भारी झटका लगेगा। सर्वे में सामने आया है कि 2016 के विधानसभा चुनावों में 136 सीटें जीतने वाले एनडीए को इस साल महज 64 सीटों के साथ संतोष करना पड़ सकता है और अगर ऐसे ही परिणाम रहते हैं तो इस गठबंधन को 72 सीटों का भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
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वहीं सर्वे में सामने आया है कि सुपरस्टार कमल हासन द्वारा लॉन्च की गई नई पार्टी एमएनएम चुनावों में अधिक सेंध लगाने में सक्षम नहीं हो पाएगी और उसे राज्य में महज दो सीटें मिलने की संभावना है। सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि एएमएमके राज्य में चार सीटें जीत सकती है, जबकि अन्य दो सीटों पर जीत दर्ज कर सकते हैं।
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वोट शेयर की बात करें तो सर्वेक्षण में सामने आए नतीजों से अनुमान लगाया गया है कि 2016 के विधानसभा चुनावों में यूपीए को मिले 39.7 प्रतिशत वोटों के मुकाबले इस बार उसे 41.1 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जिससे उसका 1.7 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ सकता है। इसी तरह एआईडीएमके के नेतृत्व वाले एनडीए, जिसे 2016 के विधानसभा चुनावों में 43.7 प्रतिशत वोट शेयर मिला था, उसे 15 प्रतिशत वोट शेयर का भारी नुकसान हो सकता है। सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि एनडीए को इस साल के अंत में होने वाले चुनावों में 28.7 प्रतिशत वोट शेयर मिलेगा।
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वहीं नवगठित एमएनएम को 7.8 प्रतिशत वोट शेयर मिलने की संभावना है और अन्य, जिन्हें 2016 में 16.9 प्रतिशत वोट शेयर मिला था, उनके वोट शेयर में भी गिरावट देखी जाएगी और उन्हें 15.7 प्रतिशत वोट ही मिल सकेंगे। सर्वेक्षण में यह भी अनुमान लगाया गया है कि यूपीए को इस विधानसभा चुनाव में 158 से 166 सीटें मिलेंगी, जबकि एनडीए को इस विधानसभा चुनाव में 60 से 68 सीटें मिलेंगी। वहीं एमएनएम शून्य से चार सीटों पर सिमट सकती है।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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