राजनीति

संजय राउत का दावा- महाराष्ट्र-झारखंड में हार रही BJP, इसलिए चुनाव में गड़बड़ी की हो रही है कोशिश

राउत ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा महाराष्ट्र में नयी सरकार के गठन के लिए केवल 48 घंटे का समय निर्धारित किया जाना बीजेपी की चाल है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार बनाने का दावा करने में असमर्थ हो जाए।

संजय राउत का दावा- महाराष्ट्र-झारखंड में हार रही BJP, इसलिए चुनाव में गड़बड़ी की हो रही है कोशिश
संजय राउत का दावा- महाराष्ट्र-झारखंड में हार रही BJP, इसलिए चुनाव में गड़बड़ी की हो रही है कोशिश फोटोः सोशल मीडिया

शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि महाराष्ट्र और झारखंंड में बीजेपी विधानसभा चुनाव हार रही है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि हार को देखते हुए महाराष्ट्र और झारखंड में गड़बड़ी की कोशिश की जा रही है। साथ ही राउत ने महाराष्ट्र चुनाव की घोषणा में देरी और नई सरकार के गठन के लिए बेहद कम समय निर्धारित करने को भी बीजेपी की चाल बताया है।

मुंबई में मीडिया से मुखातिब संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और जो उनके साथ हैं वह चुनाव हारने जा रहे हैं। वह किसी भी हालत में चुनाव नहीं जीत रहे हैं। लोकसभा में ये लोग हार गए, हमने उनको हराया। लेकिन विधानसभा में ये लोग हार रहे हैं, तो क्या कर रहे हैं ये आपको मालूम है? ये लोग चुनाव आयोग से हाथ मिलाकर वोटर लिस्ट में गड़बड़ और घोटाले कर रहे हैं। चुनाव आयोग उनकी मदद कर रहा है।

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संजय राउत ने कहा कि लगभग 150 विधानसभा सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ेगी, जिन-जिन विधानसभा सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ने जा रही वह उन क्षेत्रों में ऐसे वोटरों को ढूंढ रहे हैं, जिन्होंने लोकसभा में महाविकास अघाड़ी को वोट दिया है। राउत की मानें तो वोटर लिस्ट में भी गड़बड़ी की जा रही है। ऐसे विधानसभा क्षेत्रों से 10 हजार वोटर्स को निकाल रहे हैं और उनकी जगह पर 10 हजार फर्जी वोटर डाल रहे हैं। कोशिश ये है कि जहां से हमारी जीतने की संभावना है वहां से कम हो जाए। यह सबसे बड़ा घोटाला हमारे लोकतंत्र में चुनाव आयोग की मदद से होने जा रहा है।

संजय राउत ने आगे कहा कि हम यह मुद्दा सिर्फ देश में नहीं, इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर भी लेकर जाएंगे। देश में क्या हो रहा है, यह गांधी, नेहरू का देश है। यह डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर का संविधान मानने वाला देश है, यह लोग किस तरह से लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। चुनाव आयोग गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है, तो मुझे लगता है उसके लिए अमित शाह ज़िम्मेदार हैं। राउत ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा, आपको हम से लड़ना है तो मर्द की तरह सामने आइए और चुनाव लड़िए। लोगों में जाकर लड़िए। आप हारने के डर से अगर घोटाले करेंगे तो देश, देश नहीं रहेगा।

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संजय राउत ने आगे कहा कि 20 तारीख को महाराष्ट्र में चुनाव होगा और 23 तारीख को वोटों की गिनती होगी। हम सरकार बनाने जा रहे हैं। लेकिन निर्वाचन आयोग द्वारा महाराष्ट्र में नयी सरकार के गठन के लिए केवल 48 घंटे का समय निर्धारित किया जाना बीजेपी की चाल है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार बनाने का दावा करने में असमर्थ हो जाए।

मौजूदा महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राज्य में 20 नवंबर को मतदान होना हैं और 23 नवंबर को मतगणना होगी। राउत ने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि महा विकास आघाडी को सरकार बनाने के बारे में चर्चा करने और निर्णय लेने के लिए समय समिति करने की रणनीति है। अगर एमवीए के घटक दावा करने में विफल रहते हैं, तो राज्यपाल छह माह के लिये राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करेंगे।’’ उन्होंने दावा किया कि बीजेपी एमवीए को सत्ता में वापस आने से रोकने के लिए यह कदम उठा रही है।

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उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, निर्वाचन आयोजन ने चुनाव कार्यक्रम इस तरह तय किए हैं कि यह एमवीए के प्रभावी रूप से सरकार बनाने के अवसर को सीमित कर देता है।’’ शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि मतगणना 23 नवंबर को होगी, जिसका मतलब है कि एमवीए के घटक दलों - शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) और अन्य छोटे दलों के पास सरकार बनाने के लिए केवल 48 घंटे होंगे। उन्होंने कहा कि यह सही नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाया कि, ‘‘निर्वाचन आयोग का यह कदम भाजपा प्रवक्ता के समान है। आयोग ईवीएम का समर्थन करता है, लेकिन जब हम हरियाणा चुनावों में इन मशीनों के साथ कथित छेड़छाड़ के बारे में कहते हैं तो यह चुप्पी साध लेता है। आयोग ने लोकसभा चुनावों के दौरान धन के दुरुपयोग की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की।’’ राउत ने दावा किया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य के चुनावों की घोषणा से ठीक पहले लगभग 200 विधानसभा क्षेत्रों में 15 करोड़ रुपये वितरित करने का फैसला किया और यह सरकार का धन था।

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