महाराष्ट्र में सरकार बनाने के जारी खींचतान के बीच सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह) से मुलाकात करने वाले हैं। हालांकि बीजेपी सूत्रों का कहना है कि फडणविस की यह मुलाकात महाराष्ट्र में बारिश की वजह से किसानों की फसलें खराब होने को लेकर केंद्र से मदद मांगने के सिलसिले में हो रही है, लेकिन एक न्यूज चैनल ने खबर दी है कि दोनों नेताओं के बीच सरकार के गठन को लेकर भी इस बैठक में चर्चा होगी।
Published: 04 Nov 2019, 8:00 AM IST
इस बीच शिवसेना नेताओं ने मुंबई में राज्पाल से मिलने का समय मांगा है। राजभवन ने कहा है कि शिवसेना नेता संजय राउत पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ गवर्नर से मिलकर राज्य में सरकार के गठन पर बात करेंगे। शिवसेना सूत्रों बताया कि शिवसेना राज्यपाल से राज्य में सरकार बनाने के लिए सबसे बड़ी पार्टी को न्योता देने का आग्रह करेगी।
Published: 04 Nov 2019, 8:00 AM IST
दूसरी तरफ सोमवार को ही एनसीपी नेता शरद पवार दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। वैसे इस मुलाकात से पहले ही शिवसेना और एनसीपी के बीच संपर्कों का दौर शुरु होने की खबरें सामने आई हैं। रविवार को एनसीपी नेता अजित पवार ने पत्रकारों को संजय राउत द्वारा भेजे गए संदेश को अपने फोन में दिखाया। इस संदेश में औपचारिक अभिवादन और परिचय भर था, लेकिन इसे दोनों पार्टियों के बीच बातचीत शुरु होने की कवायद माना जा रहा है।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 10 दिन गुजरने के बाद भी महाराष्ट् में सरकार गठन को लेकर स्थिति साफ नहीं है। खबरें आती रही हैं कि शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ 50-50 के फार्मूले पर सरकार बनाना चाहती है, लेकिन बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं दिखती है।
Published: 04 Nov 2019, 8:00 AM IST
इस दौरान यह भी चर्चा रही है कि एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन भी शिवसेना के संपर्क में है और बीजेपी को अलग कर सरकार बनाने का विकल्प दे सकता है। पिछले दिनों शिवसेना नेता संजय राउत की एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात को इसी कड़ी सो जोड़कर देखा जा रहा है।
इस दौरान जनसत्ता अखबार ने खबर दी है कि एनसीपी ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने के लिए शर्त सामने रख दी है। शर्त के मुताबिक मिलकर सरकार बनाने से पहले शिवसेना को अपने नेता अरविंद सावंत का केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा लेना होगा। एनसीपी ने इस तरह शिवसेना का एनडीए और बीजेपी से हर किस्म का रिश्ता खत्म करने की शर्त सामने रख दी है।
Published: 04 Nov 2019, 8:00 AM IST
हालांकि इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया था कि एनसीपी विधानसभा में स्पीकर के लिए बीजेपी उम्मीदवार को हराने में शिवसेना की मदद कर सकती है, लेकिन एनसीपी ने शिवसेना की गंभीरता को परखने के लिए यह शर्त रखी है। एनसीपी सूत्रों का कहना है कि यह नहीं हो सकता कि महाराष्ट्र में तो शिवसेना और एनसीपी साथ मिलकर सरकार में हों और केंद्र में शिवसेना एनडीए और बीजेपी सरकार का हिस्सा रहे।
गौरतलब है कि इसी साल मई में अरविंद सावंत ने मोदी सरकार में भारी उद्योगों और सार्वजनिक उद्यम मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला है।
Published: 04 Nov 2019, 8:00 AM IST
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Published: 04 Nov 2019, 8:00 AM IST