राजनीति

महाराष्ट्रः मीटिंग के नाम पर पैरेंट्स को बुला स्कूल ने थमाया बीजेपी का पर्चा, फडणवीस के प्रचार का बनाया दबाव

खार में एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर बीजेपी के लिए प्रचार करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने मैसेज भेजकर अभिभावकों को एक जरूरी बैठक के लिए बुलाया था।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का प्रचार अब अपने आखिरी दौर में है। राज्य की नई सरकार के लिए 21 अक्टूबर को एक साथ वोट डाले जाएंगे। कुछ ही दिन बचने के कारण राजनीतिक दल अपने चुनाव प्रचार में पूरा जोर लगा रहे हैं। इस मामले में राज्य में सरकारी चला रही बीजेपी सबसे आगे है, जो कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसकी बानगी राज्य के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों द्वारा स्कूल प्रबंधन पर लगाए गए इस आरोप में देखने को मिली है, कि उसने उनपर बीजेपी के पक्ष में प्रचार करने का दबाव बनाया।

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मुंबई मिरर के अनुसार मामला मुंबई के खार-डांडा इलाके के रिजवी स्प्रिंगफील्ड हाई स्कूल का है, जहां पढ़ने वाले सौ से अधिक बच्चों के अभिभावकों ने दावा किया कि उन्हें मंगलवार तो स्कूल की ओर से एक एसएमएस भेजकर एक जरूरी बैठक के लिए स्कूल पहुंचने के लिए कहा गया था। अभिभावकों का आरोप है कि अगले दिन जब वे स्कूल पहुंचे तो उन्हें बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान में शामिल होने का अनुरोध करते हुए बीजेपी की ओर से जारी मतदाता फॉर्म सौंपे गए। अभिभावकों ने बताया कि इसके बाद उन्होंने साफ शब्दों में किसी भी राजनीतिक दल का प्रचार करने से इनकार कर दिया और स्कूल से बाहर निकल गए।

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यह मामला सामने आने के बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। इसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए बांद्रा पश्चिम क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार आसिफ जकारिया ने बीजेपी उम्मीदवार आशीष शेलार पर राजनीतिक लाभ के लिए स्कूल का उपयोग करने का आरोप लगाया। हालांकि, जकारिया के आरोपों को आशीष शेलार ने खारिज कर दिया है।

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वहीं, विवाद बढ़ने पर रिजवी स्प्रिंगफील्ड स्कूल के प्रबंधन ने स्कूल में इस तरह की किसी भी बैठक से इनकार करते हुए ये भी कहा कि उनकी तरफ से अभिभावकों को किसी भी पार्टी विशेष के लिए कोई संदेश नहीं भेजा गया। स्कूल ने दावा किया कि इसमें किसी की शरारत हो सकती है। हालांकि, बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल के दावे को झूठा करार देते हुए बताया कि मीटिंग के लिए एसएमएस एक रजिस्टर्ड नंबर से भेजा गया था। इतना ही नहीं, उनको दिए गए फॉर्म में शेलार की तस्वीरें भी थीं, जो वर्तमान बीजेपी सरकार में मंत्री और सीएम देवेंद्र फड़नवीस के बेहद खास हैं।

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