मध्यप्रदेश में इसी साल के अंत में होने वाले विधानसभा के चुनाव बीते चुनाव से जुदा रहने वाले हैं और यह अभी से नजर आने लगा है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक तरफ जहां राजनेताओं के सियासी हमले जारी हैं तो वहीं व्यंग्य का भी पुट आ गया है। इतना ही नहीं वे सियासी पाली में खड़े नजर तक आ रहे हैं।
Published: undefined
राज्य में सियासी दलों की ओर से जहां एक दूसरे पर जनता की उपेक्षा से लेकर घपले घोटालों के आरोप लगाए जा रहे हैं तो वहीं लोक गायक से लेकर कवियों की तरफ से भी व्यंग्य के जरिए हमले किए जा रहे हैं।
Published: undefined
बिहार की लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने एमपी में का बा के जरिए शिवराज सिंह चौहान सरकार पर तो हमले किए ही हैं, साथ में व्यक्तिगत तौर पर भी तंज कसे हैं। वहीं सुनील साहू ने सरकार की योजनाएं गिनाते हुए बीजेपी की प्रशंसा की है।
Published: undefined
इस मामले में अनामिका अंबर नाम की कवि की भी एंट्री हो गई है और उन्होंने मामा मैजिक कर सोशल मीडिया पर एक कविता साझा की है।
कुल मिलाकर राज्य की राजनीति में देखें तो इस बार सियासी नेता तो एक दूसरे को घेरने में लगे ही हैं, दूसरी ओर जनता के बीच अपनी रचना धर्मी के तौर पर पहचान बना चुके कलाकार की सियासी पाले में खड़े नजर आ रहे हैं।
Published: undefined
नेहा सिंह राठौर की एमपी में का बा पर शिवराज सिंह चौहान ने भी सवाल उठाए। नेहा का उन्होंने नाम तो नहीं लिया, मगर जनता से इतना जरूर कहा -- क्या मैं आपको कंस मामा नजर आता हूं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने तो राज्य में व्यापम का बा और घोटाले का बा तक का जिक्र कर सरकार को घेरा।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined