लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सभी पार्टियां उम्मीदवारों के चयन में जुट गई हैं। खबर है की बीजेपी अपने मौजूदा 40 फीसदी सांसदों का पता काटने वाली है। वहीं कई सांसदों की सीट बदले जाने के भी कयास लगाए जा रहे हैं। कहीं ऐंटी-इन्कम्बैंसी से निपटने के लिए उम्मीदवार बदले जा रहे हैं तो कहीं जातीय समीकरण साधने की तैयारी है। आइए जानते हैं कि बीजेपी के ये बड़े नेता कौन सी सीट से हो सकते हैं उम्मीदवार…
सबसे पहले बात करते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में। ऐसी चर्चा है कि बीजेपी पीएम मोदी को ओडिशा के पुरी लोकसभा सीट से उतारने की तैयारी कर रही है। दरअसल बीजेपी ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपना आधार मजबूत करना चाहाती है। ऐसे में इस बार पीएम मोदी पिछले चुनाव की तरह ही दो सीटों से उम्मीद हो सकते हैं। वाराणसी के अलावा वडोदरा की जगह वो इस बार भगवान जगन्नाथ के शहर पुरी से उतर सकते हैं। इसके जरिए उनकी कोशिश ओडिशा में पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने की हो सकती है।
खबर है कि पीलीभीत से इस बार वरुण गांधी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी अपने बेटे के लिए यह सीट छोड़ सकती हैं। उनके हरियाणा के करनाल सीट से लड़ने के चर्चे हैं। फिलहाल वरुण गांधी सुल्तानपुर से लोकसभा सांसद हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह का नवादा से टिकट कट सकता है। दरअसल बिहार की 40 सीटों में से बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि नवादा की सीट जेडीयू के कोटे में जा रही है। ऐसे में गिरिराज सिंह का टिकट कटना तय है। हालांकि उन्हें बेगूसराय से टिकट दिए जाने की भी चर्चा है लेकिन गिरिराज सिंह वहां से चुनाव नहीं लड़ना चाहते ऐसी खबर है। सामाजिक समीकरणों को देंखे तो नवादा की तुलना में बेगूसराय में भूमिहार वोट कम है। ऐसे में उनके लिए इस चुनाव में जीत हासिल करना आसान नहीं होगा। ऐसे में सीट बदलने की वजह से गिरिराज सिंह नाराज बताए जा रहे हैं।
राजनाथ सिंह की सीट एक बार फिर से बदली जा सकती है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह को लखनऊ के बजाए गौतमबुद्ध नगर से चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। खबर है कि ग्रामीण इलाकों में पार्टी के प्रति नाराजगी को थामने के लिए राजनाथ सिंह को लखनऊ की बजाय नोएडा से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। वहीं यहां के मौजूदा सांसद महेश शर्मा को अलवर से उतारा जा सकता है। सूत्रों के मुताबकि बीजेपी के आंतरिक सर्वे में रिपोर्ट बहुत अच्छी न रहने के बाद उन्हें नोएडा सीट से हटाने का फैसला लिया है।
अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले बड़बोले नेता साक्षी महाराज का टिकट कट सकता है। साक्षी महाराज फिलहाल उन्नाव सीट से बीजेपी के सांसद हैं। हालांकि अभी पार्टी की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन साक्षी महाराज को टिकट कटने का डर सता रहा है। तभी उन्होंने खुद प्रदेश बीजेपी आलाकमान को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि यदि इस सीट से कोई और उम्मीदवार उतारा जाता है तो पार्टी हार भी सकती है।
खबर है कि पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर अपनी नई पारी राजनीति में शुरू करने वाले हैं। बीजेपी उन्हें नई दिल्ली लोकसभा सीट मिनाक्षी लेखी के स्थान पर उतार सकती है। मौजूदा सांसद मिनाक्षी लेखी का टिकट कट सकता है। वैसे भी मिनाक्षी पर कम ऐक्टिव रहने के आरोप लगते रहे हैं।
बीजेपी इलाहाबाद से सांसद श्यामाचरण गुप्ता की जगह किसी और को टिकट दे सकती है। बता दें कि पिछले चुनाव में ही श्यामाचरण गुप्ता समाजवादी पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए थे। उनके बेटे ने टिकट न मिलने की स्थिति में निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान को गुप्ता में टिकट कटने के डर और उसके चलते पार्टी पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
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