हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी भले जोड़ तोड़ कर सरकार बनाने की कोशिश में लगी है, लेकिन अंदरखाने पार्टी में बेचैनी भी बढ़ गई है। उसकी वजह साफ है कि जिन मुद्दों को लेकर बीजेपी चुनाव में गई थी, हरियाणा की जनता ने उन मुद्दों को सिरे से नकार दिया है। इतना ही नहीं, बीजेपी के सबसे स्टार प्रचारक पीएम नरेंद्र मोदी का भी जादू इस बार हरियाणा में नहीं चला, जिनके चेहरे पर बीजेपी हर राज्य का चुनाव पार करने की कोशिश करती है।
Published: undefined
हरियाणा में पीएम मोदी की रैलियां भी कई बीजेपी प्रत्याशियों का बेड़ा पार नहीं कर सकीं। राज्य में आखिरी समय हालत खराब देख बीजेपी ने अपने स्टार प्रचारक पीएम मोदी की दो रैलियां बढ़ाईं थीं, लेकिन उन सीटों पर भी बीजेपी प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है। बता दें कि पीएम मोदी ने प्रचार के आखिरी दिन 19 अक्टूबर को ऐलनाबाद और रेवाड़ी में आखिरी समय में निर्धारित रैलियों को संबोधित किया था। लेकिन दोनों जगहों पर बीजेपी को करारी हार का मुंह देखना पड़ा है।
Published: undefined
रेवाड़ी में बीजेपी प्रत्याशी सुनील मूसेपुर को कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव राव से हार का सामना करना पड़ा, वहीं ऐलनाबाद में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता अभय चौटाला ने 11 हजार से ज्यादा वोटों से बीजेपी प्रत्याशी पवन बेनीवाल को हराया। इनके अलावा गोहाना में भी पीएम मोदी की चुनावी सभा बीजेपी की नैय्या पार नहीं करा सकी और यहां से कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया।
Published: undefined
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा चुनाव में 14 अक्टूबर से रैलियों का आगाज किया था। पहली रैली उन्होंने बल्लभगढ़ में की थी। बल्लभगढ़, कुरुक्षेत्र और हिसार में पीएम मोदी की रैलियां जरूर बीजेपी के लिए फायदेमंद कही जा सकती हैं, लेकिन कई सीटों पर उनका जादू बीजेपी के काम नहीं आ सका। हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद अब परिणाम की समीक्षा का वक्त है, जिसमें बीजेपी के लिए खतरे की घंटी साफ दिखाई पड़ रही है।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined