बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में कुछ ही दिन रह गया है। इससे पहले सभी पार्टियां अपनी घोषणा पत्र जारी करने में लगी हैं। आज कांग्रेस के बाद एलजेपी ने भी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) अध्यक्ष चिराग पासवान ने पटना में पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया।
Published: 21 Oct 2020, 1:29 PM IST
चिराग पासवान घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि पार्टी के घोषणा पत्र में हमारे द्वारा 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' के दृष्टिकोण को सामने रखा गया है। चिराग पासवान ने दावा किया कि यह घोषणा पत्र बिहार की विभिन्न समस्याओं का समाधान करने में कारगर साबित होगा। आज जिन समस्याओं का बिहार के लोग सामना कर रहे हैं। साथ ही 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' का दृष्टिकोण नया बिहार बनाने में कारगर साबित होगा।
Published: 21 Oct 2020, 1:29 PM IST
एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान पार्टी का घोषणापत्र जारी करने के मौके पर उनके निशाने पर नीतीश कुमार रहे, उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास अपनी सरकार की कोई उपलब्धि नहीं है। केंद्र सरकार की सारी योजनाओं को अपनी उपलब्धि बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के वर्तमान सीएम नीतीश कुमार को देखकर उन्हें आश्चर्य होता है कि वो किस तरह से जातीयता को बढ़ावा देते हैं। चिराग पासवान ने नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुये कहा कि जो व्यक्ति खुद सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने में लिप्त हो तो ऐसे व्यक्ति के नेतृत्व में बिहार के विकास की कल्पना किया जाना उचित नहीं है।
Published: 21 Oct 2020, 1:29 PM IST
आगे भी नीतीश कुमार के खिलाफ बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा कि यदि गलती से वर्तमान सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर से इस चुनाव में जीत जाते हैं तो हमारा प्रदेश 'बिहार' हार जाएगा। चिराग पासवान ने कहा कि हमारा प्रदेश 'बिहार' एक बार फिर बर्बादी की कगार पर जाकर खड़ा हो जाएगा। चिराग पासवान ने इस दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी आड़े हाथ लिया। आपको बता दें बिहार में विधानसभा के चुनावों के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ एनडीए के पक्ष में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
Published: 21 Oct 2020, 1:29 PM IST
इसके अलावा चिराग ने विजन डॉक्यूमेंट के जरिए कई बड़े वादे किए। चिराग पासवान ने अपने विजन डॉक्यूमेंट में क्या बड़ी बातें कहीं, जानें...
सरकार बनने पर अलग से प्रवासी मजदूर मंत्रालय। ताकि दूसरे राज्यों में रहने वाले मजदूरों से संपर्क रखा जा सके।
राज्य में बड़े स्तर पर मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का वादा, ताकि बिहारी युवा बाहर पढ़ने ना जाए।
बिहार में अभी स्वास्थ्य की सही सुविधा नहीं है। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है, जबकि नौकरियां खाली पड़ी हैं।
नदियों को जोड़ने की योजना पर तेजी से काम होना चाहिए, ताकि बाढ़ और सूखे की समस्या दूर हो सके।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने के हक में।
बिहार में इन्वेस्टर्स समिट के जरिए निवेश पर फोकस, लैंड रिफॉर्म पर जोर दिया जाएगा।
धार्मिक टूरिज्म को बढ़ावा, सीतामढ़ी को अयोध्या के साथ जोड़ा जाए।
बिहार में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए डेनमॉर्क मॉडल अपनाया जाएगा।
Published: 21 Oct 2020, 1:29 PM IST
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Published: 21 Oct 2020, 1:29 PM IST