पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची की घोषणा के बाद बीजेपी को स्थानीय कार्यकर्ताओं के व्यापक विरोध का सामना करना पड़ रहा है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस छोड़ने के बाद बीचेपी में शामिल होने वाले नेताओं को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पार्टी के लिए राज्य में महत्वपूर्ण चुनावी मुकाबले से कुछ ही हफ्ते पहले स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
अशोक लाहिड़ी को शुरू में उत्तर बंगाल की अलीपुरद्वार सीट से मैदान में उतारा गया था। इससे नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने लाहिड़ी की उम्मीदवारी के खिलाफ जिले में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया और कहा कि वे सीट पर किसी बाहरी व्यक्ति को स्वीकार नहीं करेंगे।
Published: undefined
गुरुवार को भाजपा की राज्य इकाई ने अपने उम्मीदवार लाहिड़ी को अलीपुरद्वार सीट से हटा दिया। वह केंद्र सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार रह चुके हैं। स्थानीय भाजपा नेता सुमन कांजीलाल को इस सीट पर उम्मीदवार बनाया गया।
भाजपा के सूत्रों ने कहा कि लाहिड़ी को दक्षिण दिनाजपुर जिले की बालूरघाट विधानसभा सीट से मैदान में उतारने की संभावना है।
Published: undefined
पार्टी को अभी तक पांच विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करना बाकी है, ये हैं - बालुरघाट, रासबिहारी, दार्जिलिंग, कर्सियांग और कलिम्पोंग।
इसी सप्ताह पूरे बंगाल में कई अन्य स्थानों पर भी विरोध-प्रदर्शन हुए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोलकाता से सटे हावड़ा जिले की पांचला सीट पर पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की, जहां तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर भगवा कैंप में शामिल हुए मोहितलाल घाटी को भाजपा का टिकट दिया गया।
Published: undefined
असंतुष्ट भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार और मंगलवार (15-16 मार्च) को कोलकाता के हेस्टिंग्स में पार्टी के चुनाव कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया।
नाराज समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान शिव प्रकाश, मुकुल रॉय और अर्जुन सिंह जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी अभद्रता की।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined