नेशनल मेडिकल कमिशन(एनएमसी) बिल के खिलाफ लगातार तीसरे दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। देश भर में डॉक्टरों की हड़ताल के चलते मरीज और उनके परिजनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में यह हाल है कि हड़ताल के चलते मरीजों को भटकना पड़ रहा है।
Published: 02 Aug 2019, 1:05 PM IST
इस बीच दिल्ली में डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से मिला। इस मुलाकात के बाद डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि मैंने डॉक्टरों से मुलाकात की और बिल के कुछ प्रावधानों के बारे में उनकी गलतफहमी को दूर किया। मैं डॉक्टरों से हड़ताल वापस लेने की अपील करता हूं।
Published: 02 Aug 2019, 1:05 PM IST
इससे पहले गुरूवार को भी दिल्ली सरकार और नगर निगमों के 50 से ज्यादा सरकारी अस्पतालों के करीब 20 हजार रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर रहे। जिस वजह से मरीजों को आपातकालीन विभाग में भी सेवाएं नहीं मिल सकी। अस्पतालों में मरीज दिन भर परेशान घुमते नजर आए।
Published: 02 Aug 2019, 1:05 PM IST
वहीं फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (एफओआरडीए) का कहना है कि यह विधेयक गरीब विरोधी, छात्र विरोधी और अलोकतांत्रिक है। डॉक्टरों ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि हर हाल में इस बिल को संशोधित करना होगा, वरना डॉक्टरों की यह हड़ताल इसी तरह जारी रहेगी।
Published: 02 Aug 2019, 1:05 PM IST
बता दें कि 17 जुलाई को इस विधेयक को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल गई थी। मुख्यत: इस विधेयक को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के स्थान पर चिकित्सा आयोग की स्थापना के लिए लाया गया है। निजी मेडिकल कॉलेजों और डीम्ड विश्वविद्यालयों में 50 फीसदी सीटों के लिए सभी शुल्कों का नियमन चिकित्सा आयोग करेगा। इस विधेयक के आने के बाद चिकित्सा परिषद अधिनियम 1956 निरस्त हो जाएगा।
Published: 02 Aug 2019, 1:05 PM IST
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Published: 02 Aug 2019, 1:05 PM IST