8 नवंबर को महान कथक नृत्यांगना सितारा देवी के 97 बरस पूरे हो गए। उनके सम्मान में सर्च इंजन गूगल ने जो डूडल बनाया, उसमें वे गुलाबी रंग के परिधान में नृत्य की मुद्रा में नजर आ रही हैं। तस्वीर में उनके आसपास घुंघरू, तबला और सितार जैसे वाद्य यंत्र मिलकर 'गूगल' शब्द को पूरा कर रहे हैं।
विख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना का जन्म 1920 में कोलकाता (उस समय कलकत्ता) में रहने वाले बनारस के एक परिवार में हुआ था। उनके पिता सुखदेव महाराज एक स्कूल शिक्षक थे, लेकिन कथक नृत्य भी करते थे। सितारा देवी ने महज 10 साल की उम्र से अकेले प्रस्तुति देना शुरू कर दिया था।
परिवार के बंबई (अब मुंबई) आ जाने के बाद उन्होंने आतिया बेगम पैलेस में कथक की जो प्रस्तुति दी थी उसे नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर, स्वतंत्रता सेनानी सरोजिनी नायडू और पारसी व्यापारी सर कोवासजी जहांगीर ने देखा था। केवल 16 वर्ष की उम्र में सितारा देवी ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया। वहां बैठे टैगोर उनकी प्रस्तुति से इतने अभिभूत हुए कि उन्होंने सितारा देवी को 'नृत्य साम्राज्ञी' की उपाधि से नवाजा।
Published: 08 Nov 2017, 5:18 PM IST
सितारा देवी ने लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल और न्यूयॉर्क के कार्नेगी हॉल जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी अपने नृत्य की प्रस्तुति दी। कला और नृत्य के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए उन्हें 1970 में पद्मश्री और 1994 में कालिदास सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें साल 1969 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। 2002 में उन्होंने पद्मभूषण सम्मान लेने से इनकार कर दिया था।
बॉलीवुड भी सितारा देवी की प्रतिभा का कायल रहा है। उन्होंने कई फिल्मों में भी अपनी कला का प्रदर्शन किया। इसके अलावा कई बॉलीवुड अभिनेत्रियों को भी उन्होंने नृत्य के गुर सिखाए थे। इनमें रेखा, मधुबाला, माला सिन्हा और काजोल जैसी अभिनेत्रियों का नाम शामिल है।
Published: 08 Nov 2017, 5:18 PM IST
कहा जाता है कि नृत्य से सितारा देवी का लगाव इतना गहरा था कि उसका असर उनकी निजी जिंदगी पर भी पड़ा। मौजूद जानकारी के अनुसार उन्होंने दो शादियां की, लेकिन कोई रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल सका। कामयाबी की बुलंदियों और लोकप्रियता के बीच जिंदगी का लंबा सफर तय करते हुए सितारा देवी ने 94 साल की उम्र में 25 नवंबर, 2014 को मुंबई के जसलोक अस्पताल में आखिरी सांसें लीं और इस दुनिया को हमेशा के लिए अपने नृत्य की यादों के साथ छोड़ गई।
Published: 08 Nov 2017, 5:18 PM IST
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Published: 08 Nov 2017, 5:18 PM IST