तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसान डटे हुए हैं। किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। किसानों के आंदोलन को खत्म कराने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रही है। इस बीच किसानों के आंदोलन को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान आया है। नितिन गडकरी ने कहा, “किसानों को तीनों कानूनों पर चर्चा करनी चाहिए। हमारे कृषि मंत्री इसके लिए तैयार हैं।”
Published: 15 Dec 2020, 8:31 AM IST
गडकरी ने आगे कहा, “कुछ तत्व ऐसे हैं जो इस आंदोलन का फायदा लेकर किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी सरकार गांव, गरीब, मजदूर, किसान के हितों के लिए समर्पित है, जो भी नए सुझाव वो (किसान) देंगे उसे स्वीकारने के लिए तैयार है। हमारी सरकार में किसानों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा।”
Published: 15 Dec 2020, 8:31 AM IST
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “राजनीतिक नेताओं का राजनीति करने का अधिकार है। सही बात राजनीतिक पार्टियां बताएं, किसान संगठन या किसान बताएं हम वो बदलाव करने के लिए तैयार हैं। इस विषय को सब राजनीति से दूर रखेंगे तो किसानों की भलाई होगी।”
निती गडकरी ने कहा, “हमारे देश में क्रूड ऑयल का 8 लाख करोड़ का आयात इसके बजाय हम दो लाख करोड़ की इथेनॉल की अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं। अभी वो केवल 20,000 करोड़ की है। अगर यह दो लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनेगी तो एक लाख करोड़ किसानों की जेब में जाएंगे।
Published: 15 Dec 2020, 8:31 AM IST
गडकरी ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजार द्वारा दी गई आंदोलन की चेतावनी पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि अन्ना हजारे जुडेंगे (किसान आंदोलन से), क्योंकि हमने किसानों का कोई अहित नहीं किया। अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कल कहा था कि अगर सरकार किसानों की मांगों का हल नहीं निकालेगी तो वो इस मुद्दे पर आंदोलन करेंगे। इसी पर गडरी ने प्रतिक्रिया दी है।
Published: 15 Dec 2020, 8:31 AM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 15 Dec 2020, 8:31 AM IST