रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया उन कारणों का पता लगा रहा है जिसके चलते देश के बड़े निजी बैंक एचडीएफसी की नेटबैंकिंग 72 घंटों तक बाधित रही। रिजर्व बैंक ने इसके लिए एक कमेटी गठित कर जांच शुरु कर दी है। यह कमेटी पता लगाएगी कि इसके पीछे क्या कारण थे। इसके बाद एचडीएफसी बैंक को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
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मौद्रिक समीक्षा नीति की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब आरबीआई के डिप्टी गवर्नर एम के जैन से इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आरबीआई की जानकारी में एचडीएफसी बैंक का मामला है और इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद अगर आरबीआई को लगा कि कोई बड़ी गड़बड़ी है तो इसके लिए एचडीएफसी पर जुर्माना भी लग सकता है ताकि आने वाले वक्त में ऐसी कोई दिक्कत न हो।
गौरतलब है कि बीते सोमवार से लेकर बुधवार तक देश के सबसे बड़े निजी बैंक के ग्राहकों को नेटबैंकिंग में दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। इसके चलते महीने की शुरुआत में लोग अपने खातों का संचालन नहीं कर पाए और ईएमआई, क्रेडिट कार्ड आदि का भुगतान नहीं कर पाए। हालांकि एचडीएफसी ने नेटबैंकिंग की दिक्कत को लेकर सोशल मीडिया के जरिए ग्राहको से माफी भी मांगी थी।
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यहां उल्लेखनीय है कि बीते एक साल के दौरान यह दूसरा मौका है जब एचडीएफसी बैंक की नेटबैंकिंग और मोबाइल एप ने काम करना बंद कर दिया था। 2018 में भी इसी अवधि के दौरान बैंक का नया लॉन्च हुआ मोबाइल एप भी ठप हो गया था, जिसके बाद बैंक को फिर से पुराना एप ही प्ले स्टोर पर डालना पड़ा था। बैंक के पास फिलहाल पांच करोड़ से अधिक ग्राहक है, जिसमें से 90 फीसदी मोबाइल से अपने ट्रांजेक्शन करते हैं।
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