असम की पांच विधानसभा सीटों पर शनिवार को हुए उपचुनाव में करीब आठ लाख मतदाताओं में से 69.60 फीसदी से अधिक ने मतदान किया। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि सभी 1,176 मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की कड़ी सुरक्षा और सख्त कोविड प्रोटोकॉल के तहत मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक हुआ।
चुनाव अधिकारियों के अनुसार, मतदान शांतिपूर्ण रहा और जिन पांच जिलों में उपचुनाव हुए थे, उनमें से कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। प्रत्येक मतदान केंद्र में एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता को कोविड नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया गया था, जहां मतदाताओं और चुनाव अधिकारियों द्वारा सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।
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वेबकास्टिंग के माध्यम से अन्य अधिकारियों के साथ मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने वाले राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी नितिन खाड़े ने कहा कि अभी तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर पर्याप्त केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात किए गए थे। पांच जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों ने व्यक्तिगत रूप से स्थितियों की निगरानी की। असम की जीवंत पारंपरिक संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए कई मतदान केंद्रों को स्थानीय उत्पादों और वस्तुओं से सजाया गया था।
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मरियानी, थौरा, भबनीपुर, गोसाईगांव और तामुलपुर विधानसभा सीटों पर 31 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए 3,93,078 महिलाओं सहित लगभग आठ लाख मतदाता पात्र थे। बीजेपी ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बीजेपी की सहयोगी युनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने गोसाईंगांव से जिरोन बसुमतारी और तामूलपुर से जोलेन दैमारी को उम्मीदवार बनाया था।
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सभी पांच सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस कम से कम थौरा और मरियानी सीटों को बरकरार रखने की कोशिश कर रही है। एआईयूडीएफ ने भवानीपुर और गोसाईंगांव में उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि अखिल गोगोई के नेतृत्व वाला रायजोर दल थौरा मरियानी में और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) गोसाईंगांव में चुनाव लड़ रही है।
एआईयूडीएफ और बीपीएफ इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के नेतृत्व वाली 10-पार्टी 'महाजोत' (महागठबंधन) के सहयोगी थे। यूपीपीएल और बीपीएफ से जुड़े दो विधायकों का कोविड से निधन हो जाने के कारण उपचुनाव आवश्यक थे, जबकि दो कांग्रेस (कुर्मी और बोरगोहेन) और एक एआईयूडीएफ विधायक (तालुकदार) अपनी विधानसभा सदस्यता छोड़ने के बाद बीजेपी में शामिल हो गए। वोटों की गिनती 2 नवंबर को होगी।
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