लखनऊ में बीते दिनों एप्पल कंपनी के मैनेजर विवेक तिवारी हत्या मामले में योगी सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। बीएसपी अध्यक्ष मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर हमला बोला है। मायावती ने कहा, “प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।” विवेक तिवारी की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में यह हाल है तो प्रदेश का अंदाजा लगाया ही जा सकता है।
Published: 01 Oct 2018, 2:56 PM IST
बीएसपी अध्यक्ष ने कहा कि सरकार विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में लीपापोती कर रही है। उन्होंने कहा, “इस हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए लेकिन सरकार सिर्फ खानापूर्ति कर रही है।” उन्होंने कहा कि अब तक अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अगर मैं मुख्यमंत्री योगी की जगह होती तो अब तक अफसरों के खिलाफ एक्शन ले लेती और उसके बाद पीड़ित परिवार से मुलाकात करती।
उन्होंने कहा कि आज सीएम से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार को आश्वासन भले ही मिला हो लेकिन जिस तरह से साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश इस मामले में अभी तक हुई है, उससे देखते हुए हमारी मांग है कि एसआईटी जांच ज्यूडिशियल जज की निगरानी में की जाए ताकि आरोपी पुलिसकर्मियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके।
मायावती ने कहा कि चुनाव के वक्त बीजेपी वादे कर रही थी कि यदि वह सत्ता में आयी तो कानून व्यवस्था दुरुस्त किया जाएगा लेकिन उनके वादे अब हवाहवाई हो गयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्राह्मणों का शोषण हो रहा है और भय का माहौल है।
Published: 01 Oct 2018, 2:56 PM IST
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रदेश में बिगड़ते कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने विवेक तिवारी हत्याकांड को दुखद बताते हुए मुख्यमंत्री और बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, “जिस दिन से बीजेपी की सरकार बनी है, उसी दिन से समाजवादी पार्टी कह रही है कि इस सरकार से बेहतर कानून-व्यवस्था की उम्मीद नहीं की जा सकती। सूबे के मुख्यमंत्री पर केस दर्ज है। उपमुख्यमंत्री पर कई धाराओं में मामला दर्ज है। इतना ही नहीं जब मुख्यमंत्री सदन में डराने की भाषा बोलते हों तो और क्या उम्मीद की जा सकती है। ये डराने वाली भाषा का ही परिणाम है कि लोगों की सुरक्षा करने वाली पुलिस खुलेआम गोली मार रही है।”
बता दें कि बीते शुक्रवार की रात लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में एप्पल के मैनेजर विवेक तिवारी की मौत पुलिस की गोली से हो गई थी। आरोप है कि घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने शुरुआत में इस मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन जब मामला मीडिया में आया तो आनन-फानन में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेजा गया। इस मामले में पहले अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन बाद में दोनों पुलिसकर्मियों को नामजद किया गया।
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Published: 01 Oct 2018, 2:56 PM IST
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Published: 01 Oct 2018, 2:56 PM IST