पंजाब के संगरूर में 125 फीट गहरे बोरवेल में गिरे बच्चे ने आखिरकार मौत के आगे हार गया।मंगलवार की सुबह करीब 5:12 बजे फतेहवीर सिंह को बोरवेल से सुरक्षित निकालकर बठिंडा अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि जब बच्चे को बोरवेल से निकाला गया, तब उसकी हालत काफी नाजुक थी। ऐसे में उसे बठिंडा अस्पताल में एडमिट कराया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
खबरों के मुताबिक, जब बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला गया था तब बच्चे के शरीर पर सूजन थी। बता दें कि फतेहवीर गुरुवार (6 जून) शाम करीब 4 बजे खेलते वक्त बोरवेल में गिर गया था।
Published: 11 Jun 2019, 8:44 AM IST
इससे पहले संगरूर के डिप्टी कमिश्नर जी थोरी ने बताया कि अभी उसके स्वास्थ्य के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। उसे यहां से चंडीगढ़ के पटियाला अस्पताल या पीजीआईएमईआर ले जाया सकता है। रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन की टीम के साथ, एनडीआरएफ और आर्मी की 119 असॉल्ट इंजीनियरिंग टीम ने काम किया। स्थानीय लोगों ने भी इस ऑपरेशन को पूरा सहयोग दिया था। इस बोरवेल के ठीक बगल में 41 इंच की एक टनल तैयार की गई। मशीनों से काम करना मुश्किल होने पर हाथों से खुदाई की गई थी।
Published: 11 Jun 2019, 8:44 AM IST
जिला उपायुक्त घनश्याम ठोरी ने कहा कि एक अत्याधुनिक, हाई डेंसिटी वाला ड्रिलिंग उपकरण काम में लगाया गया था, ताकि ठीक-ठीक दिशा और दूरी का सेंसर के जरिए पता लगाया जा सके।
इस ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों ने बताया था कि बच्चे को खाना-पीना तो नहीं दिया जा सका, लेकिन ऑक्सीजन की सप्लाई की गई। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा था कि वह लगातार बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
Published: 11 Jun 2019, 8:44 AM IST
इस घटना से कुरुक्षेत्र में वर्ष 2006 में गिरे बच्चे प्रिंस को बचाने की याद ताजा हो गई है। प्रिंस को करीब 48 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया था।
Published: 11 Jun 2019, 8:44 AM IST
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Published: 11 Jun 2019, 8:44 AM IST