देशभर में कोरोना को मात देने के लिए टीकाकरण अभियान चल रहा है, लेकिन टीकों की कमी के चलते रफ्तार धीरे हो गई है। इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरने में लगा हुआ है। गोवा के विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने शुक्रवार को कहा कि गोवा का टीकाकरण अभियान एक पार्ट टाइम मामला है, ठीक उसी तरह जैसे राज्य में पार्ट टाइम राज्यपाल कार्य कर रहे हैं।
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कामत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर के साथ राजभवन को सभी को टीकाकरण की मांग को एक ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान कामत ने कहा, "जब हम यहां आए तो हमने देखा कि राज्यपाल यहां नहीं हैं। हमारे यहां एक पार्ट टाइम राज्यपाल है, टीकाकरण (अभियान) भी एक पार्ट टाइम मामला है।"
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कामत ने आगे कहा कि सरकार को गोवा में टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने पर ध्यान देना चाहिए। गोवा एक छोटी सी जगह है, टीकाकरण बहुत तेजी से किया जा सकता है। गोवा देश भर में टीकाकरण पूरा करने वाला पहला राज्य हो सकता था। बता दें कि गोवा सरकार ने अब तक राज्य में 5,30,776 टीके लगाए हैं।
राजभवन को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार पर महामारी के दौरान भारत के लोगों को छोड़ने का आरोप लगाया है। ज्ञापन में कहा गया है कि "कोविड -19 ने लगभग हर भारतीय परिवार को अभूतपूर्व तबाही और अथाह पीड़ा दी है। दुख की बात है कि मोदी सरकार ने कोरोना से लड़ने के अपने कर्तव्य को पूरी तरह से त्याग दिया है और लोगों को छोड़ दिया है। सच्चाई यह है कि केंद्र की बीजेपी सरकार कोविड -19 के आपराधिक कुप्रबंधन का दोषी है।"
ज्ञापन में एक दिन में एक करोड़ लोगों केमुफ्त टीकाकरण की मांग की गई है। जिसमें कहा गया है कि यह कोविड -19 महामारी से लड़ने और बीमारी को हराने का एकमात्र तरीका है। बता दे कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पिछले साल अगस्त से गोवा का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं।
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