बिहार में एनडीए के सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले के बाद राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी सामने आई है। उपेंद्र कुशवाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे नीच कहने वाले सीएम नीतीश कुमार अपना डीएनए बताएं।
मुजफ्फरपुर के एलएस कॉलेज में कुशवाहा ने आगे हमला बोलते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने किसी और संदर्भ में डीएनए की बात कही थी। लेकिन मेरे बड़े भाई नीतीश कुमार ने हजारों कार्यकर्ताओं के बाल और नाखून दिल्ली भेज दिए, पता नहीं अपना बाल या नाखून भेजा था या नहीं। लेकिन अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। बिहार की जनता जानना चाहती है कि रिपोर्ट में क्या है?”
Published: 05 Nov 2018, 9:13 AM IST
बता दें कि शनिवार को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार से कुशवाहा द्वारा उनके बारे में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो नीतीश कुमार ने कहा था कि कहां सवाल जवाब का स्तर इतना नीचे ले जा रहे हैं। सीटों के बंटवारे पर भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ये सम्माजनक होना चाहिए और जब हमारी ताकत बढ़ी हैं तो सीटों की संख्या में इजाफा होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने एक कार्यक्रम का हवाला देते हुए कहा कि 'मीडिया के एक साथी ने मुख्यमंत्री से आरएलएसपी के साथ सीट शेयरिंग के सवाल किए थे। इस पर नीतीश कुमार ने कहा था कि बातचीत के स्तर को इतना नीचे मत गिराइये। इस वाकयुद्ध के बाद लगता हैं कि कुशवाहा और नीतीश कुमार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
Published: 05 Nov 2018, 9:13 AM IST
दरअसल नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बाद से ही उपेंद्र कुशवाहा खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। कभी नीतीश कुमार के खास सहयोगी और साथी रहे उपेंद्र कुशवाहा ने राजनीतिक मतभेदों के चलते 2005 के चुनाव के बाद उनका साथ छोड़ा था। उसके बाद से दोनों के बीच इतनी तल्खी आई कि हमेशा एक-दूसरे को निशाने पर लेने का दोनों ने कभी कोई मौका नहीं छोड़ा। लेकिन 2014 में बीजेपी के साथ गठबंधन कर दिल्ली में मंत्री बने कुशवाहा को पिछले साल नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में आने पर अपने तेवर कुछ नरम करने पड़े थे। लेकिन हाल में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बिहार की सीटों के बंटवारे को लेकर एक बार फिर दोनों दलों की एक-दूसरे के लिए तल्खी खुलकर सामने आ गई।
गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और नीतीश कुमार द्वारा बीजेपी और जेडीयू के बिहार में बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से कुशवाहा नाराज हैं। बता दें कि दिल्ली में हुई नीतीश और शाह की बैठक में एनडीए में शामिल कुशवाहा और एलजेपी के रामविलास पासवान को नहीं बुलाया गया था। दोनों ही दलों के नेताओं का अब भी यही कहना है कि बिहार की सीटों को लेकर कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है। ऐसे में कुशवाहा के इस ताजा बयान से बिहार की सियासत में सीएम पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
Published: 05 Nov 2018, 9:13 AM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 05 Nov 2018, 9:13 AM IST