हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दादरी दौरा बीजेपी के लिए मुसीबत बनता नजर आ रहा है। योगी के प्रति गुर्जर समाज मे काफी नाराजगी पैदा हो गई है। यह नाराजगी तब और भी अधिक बढ़ गई, जब गुर्जरों को सभा करने की अनुमति नोएडा प्रशासन ने अंतिम समय में नहीं दी।
रविवार को गुर्जरों की एक सभा दादरी के मिहिर भोज कॉलेज में होना तय हुई थी, लेकिन जिला प्रशासन ने अंतिम समय में इसकी अनुमति नहीं दी। शनिवार से ही बड़ी संख्या में मिहिर भोज कॉलेज के चारों तरफ भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। हर तरफ पुलिस ने सख्ती के साथ चेकिंग करना शुरू कर दिया। धारा-144 का हवाला देते हुए पुलिस पूरे इलाके में सख्ती बरत रही थी।
Published: 26 Sep 2021, 7:11 PM IST
प्रशासन द्वारा की गई सख्ती से गुर्जर संगठन और नेता नाराज हो गए और उन्होंने चिठहेरा गांव में पंचायत बुलाने का ऐलान कर दिया। गुर्जरों की बड़ी संख्या चिठेहरा गांव की तरफ बढ़ने लगी। पुलिस ने गांव को घेर लिया और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और गुर्जरों के बड़े नेता राजकुमार भाटी और उनके कई साथियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार तकरीबन 25 गुर्जर नेताओ को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा गुर्जर बहुल गावों जैसे- नंगला नैनसुख, लुहारली, बिसरख, मायचा, कोट आदि में भी पुलिस सतर्क नजर आ रही है।
Published: 26 Sep 2021, 7:11 PM IST
गुर्जर समाज के इस आंदोलन में एक विशेष बात यह देखी जा रही है कि सभी गुर्जर नेताओ का समर्थन इस आंदोलन को मिल रहा है। गुर्जर नेता चाहे कांग्रेस पार्टी से हो या एसपी से, यहां तक की गुर्जर समाज के कई बीजेपी नेताओ का भी समर्थन इस आंदोलन को मिल रहा है। मीरापुर के विधायक अवतार सिंह भड़ाना (बीजेपी) और मेरठ के मुखिया गुर्जर ने आंदोलन के समर्थन की बात कही। उनके दादरी का दौरा करने की भी अटकलें तेज हो गई थीं। इसके अलावा कांग्रेस की पूरी टीम हर मामले पर पैनी नजर गड़ाये हुए थी। आजाद समाज पार्टी, कांग्रेस, एसपी और किसान नेता सब प्रशासन के खिलाफ एक प्लेटफॉर्म पर नजर आ रहे थे।
Published: 26 Sep 2021, 7:11 PM IST
समाजवादी पार्टी के मुखिया ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए बीजेपी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि ये इतिहास में पढ़ाया जाता रहा है कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर प्रतिहार थे। पर भाजपाईयो ने उनकी जाति भी बदल डाली है। निदंनीय। छलवश भाजपा स्थापित ऐतिहासिक तथ्यो से जानबूझकर छेड़छाड़ व सामाजिक विघटन करके किसी एक पक्ष को अपनी तरफ करती रही है। हम हर समाज के मान सम्मान के साथ हैं।
अखिलेश के इस एक ट्वीट ने सपाईयो में जोश भर दिया। इसके बाद वे भी गुर्जर समाज के साथ सड़कों पर नजर आने लगे। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि एसपी की सरकार आने के साथ ही गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की एक बड़ी प्रतिमा जिले में लगवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी गुर्जरों को राजपूतों से लड़ाना चाहती है इसलिए हमें सावधान रहना होगा और बीजेपी की राजनीति से होशियार रहने की जरूरत होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि गुर्जरों के समर्थन से ही बीजेपी ने 40 सीटें जीती थीं, अब यही चालीस सीटें बीजेपी को हम हराएंगे।
Published: 26 Sep 2021, 7:11 PM IST
गुर्जरों के इस आंदोलन को बढ़ते हुए देख बीजेपी इसको हाईजैक करने की कोशिश में लग चुकी है। बीजेपी के कई गुर्जर नेता गुर्जर समाज के लोगों को मनाने में जुटे हुए हैं। राज्य सभा सांसद सुरेंद्र नागर का नाम इनमें सबसे आगे आ रहा है। सुरेंद्र नागर इलाके के प्रभावशाली नेताओ में से एक हैं। वे लगातार अपने इलाके के नेताओं से संपर्क कर रहे हैं। गुर्जरो की एक मीटिंग में उनके नाम को लेकर दो गुटों के भिड़ने की भी खबर आई थी, लेकिन जल्द ही इस मामले को सुलझा लिया गया।
सम्राट मिहिर भोज के नाम पर उपजा यह गुर्जर आंदोलन पूरे देश मे फैलता नजर आ रहा है। अभी तक उत्तराखंड, राजस्थान और हरियाणा के गुर्जरों के कई संगठनों का समर्थन दादरी के गुर्जर समाज को मिल चुका है। अगर मिहिर भोज कॉलेज में पंचायत की अनुमति प्रशासन दे देता तो इन प्रदेशों के गुर्जर भी इस सभा मे शामिल होते। दादरी के गुर्जर युवाओं का एक ग्रुप सोशल मीडिया और फोन के माध्यम से उनसे संपर्क साधे हुए है। वे जल्द ही सम्राट मिहिर भोज के नाम पर एक बड़ी सभा करने की बात कर रहे हैं। जिसमें वे देश के कोने-कोने से गुर्जर समाज को लामबंद करने की कोशिश करेंगे।
Published: 26 Sep 2021, 7:11 PM IST
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Published: 26 Sep 2021, 7:11 PM IST