सीपीआईएम ने बेरोजगारी और यौन उत्पीड़न कांड को लेकर हरियाणा की खट्टर सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है। वामपंथी दल ने कहा कि बेरोजगारी के मामले में हरियाणा चरम पर है, लेकिन खट्टर सरकार ध्यान देने के बजाय यौन उत्पीड़न के आरोपी मंत्री को बचाने में जुटी है। सीपीआईएम ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर बुनियादी मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
Published: undefined
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्वीट हैंडल पर सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के डेटा का हवाला देते हुए कहा, '37.4 फीसदी पर, हरियाणा में भारत में सबसे अधिक बेरोजगारी दर है। शर्मनाक।' सीएमआईई ने सोमवार को जारी बेरोजगारी दर के आंकड़ों में हरियाणा में दिसंबर के महीने में बेरोजगारी की उच्चतम दर 37.4 प्रतिशत, इसके बाद राजस्थान में 28.5 प्रतिशत, दिल्ली में 20.8 प्रतिशत दिखाया है।
Published: undefined
इससे पहले सीएमआईई के आंकड़ों का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता और हरियाणा विधानसभा में नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी राज्य सरकार पर राज्य में बेरोजगारी की बढ़ती दर को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही विपक्ष ने मंत्री पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर भी खट्टर सरकार को घेरा।
Published: undefined
इससे पहले एक महिला कोच का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करने की विपक्ष की मांग के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि कोई व्यक्ति सिर्फ इसलिए दोषी नहीं हो जाता कि उस पर आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined