राजस्थान के टोंक में उपचुनाव के दिन हुई हिंसा का मख्य आरोपी और देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा मीडिया के सामने आया है। इस दौरान उसने कहा कि उसी एसडीएम को थप्पड़ जड़ा था। साथ ही उसने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
नरेश मीणा ने कहा, " सुबह 9 बजे मुझे सूचना मिली कि इस गांव ने चुनाव का बहिष्कार किया है। अधिकारी ने दो लोगों को जबरन मतदान करवाकर उनका बहिष्कार खत्म करवाया। जब मैंने लोगों से मतदान करने का आग्रह किया तो मुझे बताया गया कि जब तक कलेक्टर आकर उन्हें आश्वासन नहीं देते, तब तक वे पीछे नहीं हटेंगे।
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मीणा ने कहा, “पूरा प्रशासन बीजेपी सरकार के निर्देश पर बीजेपी प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा था। SDM ने तीन लोगों को धमकाकर जबरन मतदान करवाया। मैंने बूथ कार्यकर्ताओं से पूछा कि यह किसने किया, तो उन्होंने SDM का नाम लिया, इसलिए मैंने उन्हें थप्पड़ मार दिया। इसके बाद मैंने अपना विरोध जारी रखा और प्रशासन से कोई भी बूथ पर नहीं आने के बाद मैं पूरी तरह से शांत हो गया।
मीणा ने कहा, “हमने SP से आने के लिए कहा, लेकिन वे भी नहीं आए। जब मैं अपना खाना लेने गया तो SP ने मुझे हिरासत में लेकर पुलिस वैन में डाल दिया, जिसके बाद पथराव शुरू हो गया। पुलिस तुरंत भाग गई। आंसू गैस और मिर्ची बम फेंके गए। मुझे बचाने के लिए मेरे समर्थक मुझे पड़ोसी गांव ले गए। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वे सभी निर्दोष हैं। मुझे किरोड़ी लाल मीणा के अलावा किसी से कोई उम्मीद नहीं है।”
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