हालात

सरकार के अड़ियल रुख के कारण आज की बैठक भी बेनतीजा खत्म, अब 8 जनवरी को फिर होगी अगली वार्ता

आज की बैठक के दौरान सरकार ने एक बार फिर एमएसपी पर लिखित आश्वासन और तीनों कृषि कानूनों पर एक संयुक्त कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसे किसान नेताओं ने सिरे से खारिज कर दिया और कानूनोंं की वापसी की मांग पर कायम रहे।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

मोदी सरकार के कृषि कानूनों पर किसानों और सरकार के बीच जारी गतिरोध का आज की बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकल सका। कृषि कानूनों पर सरकार के अड़ियल रुख के कारण सरकार और किसानों के बीच आज हुई सातवें दौर की बैठक भी बातचीत खत्म हो गई है। अब एक बार फिर इस मसले पर दोनों पक्षों के बीच 8 जनवरी को अगली वार्ता होगी।

Published: 04 Jan 2021, 7:04 PM IST

मिली जानकारी के अनुसार आज की बैठक में सरकार ने एक बार फिर तीनों कानूनों को रद्द करने पर एक संयुक्त कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया, जिस पर किसान नेता तैयार नहीं हुए और कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े रहे। बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम चाहते थे कि किसान संगठन तीनों कानूनों पर चर्चा करें। लेकिन हम किसी भी समाधान तक नहीं पहुंच सके क्योंकि किसान संगठन कानूनों को निरस्त करने की मांग पर अड़े रहे। मुझे आशा है कि अगली बैठक के दौरान हम एक सार्थक चर्चा करेंगे और एक निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।

Published: 04 Jan 2021, 7:04 PM IST

सरकार के मंत्रियों के साथ आज की बैठक बेनतीजा खत्म होने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 8 जनवरी 2021 को सरकार के साथ फिर से बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने और एमएसपी के मुद्दे पर 8 तारीख को फिर से बात होगी। उन्होंने कहा कि हमने सरकार को बता दिया है कानून वापसी नहीं तो घर वापसी भी नहीं।

Published: 04 Jan 2021, 7:04 PM IST

वहीं, भारतीय किसान यूनियन के युधवीर सिंह ने कहा कि मंत्री चाहते थे कि हम कानून-वार चर्चा करें। हमने इसे खारिज कर दिया और कहा कि कानूनों पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि हम पूरी तरह से कानूनों की वापसी चाहते हैं। सरकार हमें संशोधन की ओर ले जाने का इरादा रखती है, लेकिन हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।

Published: 04 Jan 2021, 7:04 PM IST

आज की बैठक के खत्म होने के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि सरकार काफी दबाव में है। हम सभी ने कहा कि कानूनों को निरस्त करना हमारी मांग है। हम कानूनों को निरस्त करने के अलावा किसी अन्य विषय पर चर्चा नहीं चाहते हैं। कानूनों को निरस्त करने तक विरोध वापस नहीं लिया जाएगा।

Published: 04 Jan 2021, 7:04 PM IST

गौरतलब है कि केंद्र के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 40 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। गतिरोध को खत्म करने के लिए सरकार और किसानों के बीच अब तक कई दौर की वार्ता हो चुकी है। पिछली वार्ता में सरकार बिजली बिल और पराली जलाने के मुद्दे पर किसानों की मांग मान गई थी, लेकिन एमएसपी और विवादित तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर कोई फैसला नहीं हुआ था। किसानों ने आज की बैठक से पहले साफ कर दिया था कि अगली मीटिंग सिर्फ इस चर्चा के लिए हो सकती है कि बिलों को रद्द करने की प्रक्रिया क्या होगी? लेकिन आज की बैठक में भी कोई फैसला नहीं हुआ।

Published: 04 Jan 2021, 7:04 PM IST

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: 04 Jan 2021, 7:04 PM IST

  • छत्तीसगढ़: मेहनत हमने की और पीठ ये थपथपा रहे हैं, पूर्व सीएम भूपेश बघेल का सरकार पर निशाना

  • ,
  • महाकुम्भ में टेंट में हीटर, ब्लोवर और इमर्सन रॉड के उपयोग पर लगा पूर्ण प्रतिबंध, सुरक्षित बनाने के लिए फैसला

  • ,
  • बड़ी खबर LIVE: राहुल गांधी ने मोदी-अडानी संबंध पर फिर हमला किया, कहा- यह भ्रष्टाचार का बेहद खतरनाक खेल

  • ,
  • विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस ने महाराष्ट्र और झारखंड में नियुक्त किए पर्यवेक्षक, किसको मिली जिम्मेदारी?

  • ,
  • दुनियाः लेबनान में इजरायली हवाई हमलों में 47 की मौत, 22 घायल और ट्रंप ने पाम बॉन्डी को अटॉर्नी जनरल नामित किया