CAA, NRC, NPR के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को आज कई दिन बीत चुके हैं। लेकिन प्रदर्शनकारी आज भी उसी हौसले और जोश के साथ मैदान में डंटे हैं। उनके इस जज्बे को लोग कई तरह से सलाम कर रहे हैं। इस कविता के चंद पंक्तियों के जरिए जानिए शहीन बाग को।
इस कविता को लिखा और अवाज दी है दाराब फारूकी ने
Published: 21 Feb 2020, 3:49 PM IST
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Published: 21 Feb 2020, 3:49 PM IST