सामाजिक कार्यकर्ता और अभिनेता सदफ जाफर की रिहाई के लिए change.org पर याचिका शुरु की गई है, जिस पर अब तक करीब 47,000 लोगों ने दस्तखत किए हैं। गुरुवार को शुरु हुई इस याचिका में सदफ जाफर की रिहाई की मांग की गई है। सदफ जाफर को 19 दिसंबर को लखनऊ पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया था जब वे नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन और उसके बाद भड़की हिंसा को फेसबुक पर लाइव प्रसारित कर रही थीं।
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इसके अलावा ट्विटर पर भी #FreeSadafJafar ट्रेंड कर रहा है। change.org पर डाली याचिका में कहा गया है कि, “सदफ जाफर एक शिक्षिका, एक सिंगल मदर, एक सर्वाइवर और एक बहुत दयालु और हिम्मतवाली महिला हैं। इस समय वे जेल में बंद हैं और उनकी जमानत की याचिका खारिज कर दी गई है। उनका कसूर इतना है कि उन्होंने एक नागरिक के तौर पर एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। यूपी पुलिस ने उनकी बेरहमी से पिटाई की है जिसके कारण उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह विरोध प्रदर्शन का लाइव वीडियो प्रसारण फेसबुक पर कर रही थीं।”
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फिल्मकार मीरा नायर ने सदफ की गिरफ्तारी और जमानत न मिलने पर गहरा रोष जताते हुए ट्विटर पर लिखा है कि, “अब सदफ को जेल गए हुए 12 दिन हो गए हैं। उन्हें प्रताड़ना दी जा रही है और इस सर्दी के मौसम में उन्हें एक ठंडी कोठरी में दो सप्ताह से बंद रखा गया है। इस साल के खत्म होते-होते हमें एकजुट होकर इस नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठानी होगी। सदफ जाफर के साथ ही सभी प्रदर्शनकारियों की रिहाई होनी चाहिए।” उन्होंने अपने ट्वीट में #FreeSadaf का इस्तेमाल किया है।
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न्यूज चैनल एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में मीरा नायर ने मौजूदा हालात को बेहद चिंताजनक करार दिया। उन्होंने कहा, “मैं सदफ की रिहाई के लिए गुजारिश करती हूं। वह एक हिम्मत वाली महिला हैं। उन्हें कोई दवा नहीं दी जा रही, उनकों अंदरूनी ब्लीडिंग हो रही है। उन्हें न तो कोई गद्दा दिया गया है और सिर्फ एक कंबल के सहारे इस सर्दी में वे जेल में हैं। उनके छोटे बच्चे हैं।”
इसके अलावा फिल्म निर्देशक महेश भट्ट ने भी इस बारे में ट्वीट किया है। उन्होंने #FreeSadaf हैशटैग के साथ लिखा है कि, “अगर खौफ से किसी के मन को डुलाया जा सकता है या नपुंसक बनाया जाता है, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप किस तरह की सरकार के दौर में रहते हैं, आप सरकार के लिए सिर्फ एक केस हैं न कि नागरिक। बिना रूप में रहते हैं, सरकार एक विषय है और आप नागरिक नहीं हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बिना, सभी स्वतंत्र संस्थाओं का ढांचा महज एक दिखावा भर है।”
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इसके अलावा हजारों लोगों ने #FreeSadafJafar हैशटैग के साथ ट्वीट कर उनकी रिहाई की मांग की है।
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