हालात

हज़ारों भूमिहीन सत्याग्रहियों का दिल्ली कूच, ग्वालियर में समझाने गए शिवराज को बैंरग लौटाया

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सत्याग्रहियों के बीच पहुंचकर उनकी बात केंद्र सरकार और पीएम मोदी तक पहुंचाने का वादा किया था। उसके बाद भी सत्याग्रही दिल्ली कूच के रास्ते को त्यागने के लिए तैयार नहीं हुए और गुरुवार को पैदल चल पड़े हैं।

फोटो: @Ekta_Parishad
फोटो: @Ekta_Parishad ग्वालियर से भूमि अधिकार की मांग को लेकर 25 हजार लोग दिल्ली की और बढ़े  

भूमि अधिकार की मांग को लेकर 25 हजार से ज्यादा सत्याग्रही मध्य प्रदेश के ग्वालियर से दिल्ली की ओर कूच कर गए हैं। आगरा-मुंबई मार्ग पर बढ़ते लोग केंद्र और राज्य सरकार के लिए आने वाले दिनों में मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। यह सत्याग्रही दो दिनों से ग्वालियर के मेला मैदान में डेरा डाले हुए थे। विचार-मंथन के बाद वे दिल्ली के रास्ते पर पैदल चल पड़े हैं।

Published: undefined

एकता परिषद और सहयोगी संगठनों के आह्रान पर हजारों भूमिहीनों ने जनांदोलन पांच सूत्रीय मांगों को लेकर शुरू किया है। उनकी मांग है कि आवासीय कृषि भूमि अधिकार कानून, महिला कृषक हकदारी कानून (वुमन फार्मर राइट एक्ट), जमीन के लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए न्यायालयों का गठन किया जाए। राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति की घोषणा और उसका क्रियान्वयन, वनाधिकार कानून 2005 और पंचायत अधिनियम 1996 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर निगरानी समिति बनाई जाए।

प्रमुख मांगें:

  • राष्ट्रीय आवासीय भूमि अधिकार कानून की घोषणा
  • महिला कृषक हकदारी कानून की घोषणा।
  • भारत सरकार द्वारा पूर्व में गठित राष्ट्रीय भूमि सुधार परिषद और राष्ट्रीय भूमि सुधार कार्यबल को सक्रिय करना
  • वनाधिकार कानून 2006 और विस्तार उपबंध अधिनियम 1996 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय और प्रांतीय स्तर पर निगरानी तंत्र की स्थापना
  • भूमि संबंधी विवादों के शीघ्र समाधान के लिए त्वरित न्यायालयों का संचालन

राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को इन सत्याग्रहियों के बीच पहुंचकर उनकी बात केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने का वादा कर चुके हैं। वहीं, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पत्र लिखकर सरकार की ओर से की जा रही पहल का ब्यौरा दिया। केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक भी इन लोगों के बीच पहुंचे। उसके बाद भी सत्याग्रही दिल्ली कूच के रास्ते को त्यागने तैयार नहीं हुए और गुरुवार को पैदल चल पड़े हैं।

Published: undefined

फोटो: @Ekta_Parishad

इन सत्याग्रहियों को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का भी साथ मिल गया है। सिन्हा सरकार की नीतियों पर हमलावर हैं। उन्होंने गुरुवार को भी सरकार की कार्यशैली और उसके उद्योगपति परस्त होने को लेकर हमला बोला।

Published: undefined

इस आंदोलन की अगुवाई पी वी राजगोपाल, जलपुरुष राजेंद्र सिंह, गांधीवादी सुब्बाराव आदि कर रहे हैं। मेला मैदान में जमा हुए सामाजिक कार्यकर्ता और समाज का वंचित तबका जल, जंगल और जमीन की लड़ाई को लेकर सड़क पर उतरा है। इन सामाजिक कार्यकर्ताओं के आंदोलन से आने वाले दिनों में राज्य और केंद्र सरकार की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।

वहीं, इस सत्याग्रह का समर्थन करने 6 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मुरैना पहुंचने वाले हैं। एक तरफ बीजेपी के खिलाफ समाजसेवियों की लामबंदी तो दूसरी ओर कांग्रेस का साथ नए राजनीतिक समीकरणों को जन्म देने वाला है।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined