बीते दिनों उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो का नाम हिंदी के अलावा उर्दू में भी लिखने का आदेश जारी किया गया था। लेकिन अब ये आदेश देने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. तबस्सुम खान को निलंबित कर दिया गया है। ये कार्रवाई अस्पताल और स्टाफ का नाम उर्दू में लिखवाए जाने के तहत की गई है। बताया आरोप है कि डॉ. तबस्सुम खान ने आदेश जारी करने से पहले स्वास्थ्य विभाग के अन्य आला अफसरों को भी विश्वास में नहीं लिया था। बता दें कि डॉ. तबस्सुम महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक प्राथमिक स्वास्थ्य के पद पर तैनात थे। मंगलवार को यूपी सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया।
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बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. तबस्सुम खान ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वह राज्य में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर लगे साइन बोर्ड को उर्दू में भी लिखवाए। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि संयुक्त निदेशक (स्वास्थ्य) तबस्सुम खान को 'ड्यूटी में लापरवाही' के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, "सरकारी आदेश जारी करने की प्रक्रिया का उन्होंने पालन नहीं किया। सरकारी अस्पतालों में साइनबोर्ड और नेमप्लेट उर्दू में लिखे जाने को सुनिश्चित करने के लिए सीएमओ को निर्देश देने का आदेश भी उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किए बिना जारी किया गया था।"
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बता दें कि 1 सितंबर को जारी आदेश में तबस्सुम खान ने कहा कि उन्नाव के मोहम्मद हारून ने शिकायत की थी कि कई सरकारी विभाग राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा होने के बावजूद साइनेज पर उर्दू को छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, "सभी सीएमओ को सलाह दी गई है कि वे सभी अस्पतालों, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को उर्दू में भी साइनबोर्ड पर जानकारी दिए जाने के लिए जारी आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करें।"
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