उत्तर प्रदेश में कथित तौर पर भीड़ ने एक दलित व्यक्ति को चोर समझकर पहले उसके कपड़े उतार दिए और उसे बांधकर पीटा, फिर आग के हवाले कर दिया। बाद में पुलिस ने पीड़ित सुजीत कुमार को गंभीर हालात में लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया। वह 30 प्रतिशत तक जल चुका था।
Published: 20 Jul 2019, 12:38 PM IST
पुलिस ने कहा कि तीन नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है और चौथे अज्ञात युवक को पकड़ने के लिए तलाश जारी है। पुलिस के अनुसार, सुजीत कुमार गुरुवार रात को अपने ससुराल जा रहा था, इसी दौरान रघुपुरवा गांव में कुत्तों के झुंड ने उसे दौड़ा दिया। कुत्तों से बचने के लिए सुजीत कुमार ने एक घर के बाहर छप्पर में शरण ले ली। स्थानीय निवासी श्रवण कुमार, उमेश, राम लखन और दो और लोगों ने जब उसे घर के पास छिपे देखा तो उसे पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया।
Published: 20 Jul 2019, 12:38 PM IST
सुजीत कुमार ने उन्हें बताया कि वह अपनी पत्नी को वापस घर ले जाने के लिए आया है, लेकिन उन लोगों ने इसे अनसुना कर दिया। उन्होंने उसे कथित तौर पर चोर बताकर पीटना शुरू कर दिया। उसके कपड़े उतार दिए गए, उसकी पिटाई की गई और फिर उस पर पेट्रोल छिड़कर उसे आग के हवाले कर दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस के गश्ती वाहन ने आकर सुजीत को बचाया। पहले उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, फिर बाद में उसे लखनऊ स्थानांतरित किया गया।
Published: 20 Jul 2019, 12:38 PM IST
बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने कहा कि एससी/एसटी अधिनियम और आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें हत्या की कोशिश और स्वेच्छा से चोट पहुंचाना शामिल है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सिविल अस्पताल) आशुतोष दूबे ने कहा कि आग की वजह से सुजीत के जांघों से लेकर पैर जल गए हैं। दूबे ने आगे कहा, “उसे निगरानी में रखा गया है और उसकी हालत गंभीर है।”
Published: 20 Jul 2019, 12:38 PM IST
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Published: 20 Jul 2019, 12:38 PM IST