तमिलनाडु में विपक्षी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) यानी अन्नाद्रमुक पार्टी अपने दो वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मंत्रियों के आवासों और परिसरों पर लगातार छापेमारी के बाद बैकफुट पर है। अन्नाद्रमुक के दो नेताओं ने कहा है कि पार्टी इन राजनीतिक रूप से प्रेरित छापों का सामना करेगी। अन्नाद्रमुक ने सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) द्वारा पूर्व मंत्री और पार्टी नेता एस.पी. वेलुमणि के परिसरों पर की गई छापेमारी की निंदा की।
Published: undefined
राज्य के सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय ने 22 जुलाई को पूर्व परिवहन मंत्री और अन्नाद्रमुक नेता एम.आर. विजयभास्कर के आवास और परिसरों पर छापेमारी की थी। इसके बाद अन्नाद्रमुक नेता एस.पी. वेलुमणि के आवास और कार्यालय परिसर में छापेमारी हुई, जिस पर अन्नाद्रमुक ने कहा कि उन्हें पहले से पता था कि डीएमके सरकार विपक्षी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ छापेमारी और जांचों की श्रृंखला शुरू करेगी।
Published: undefined
अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ. पनीरसेल्वम और सह-समन्वयक एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने एक संयुक्त बयान में कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार अन्नाद्रमुक के खिलाफ प्रतिशोध की राजनीति कर रही है और चेतावनी दी कि पार्टी इस तरह की कार्रवाइयों से नहीं डरेगी। दोनों नेताओं ने कहा कि डीएमके सरकार को कोविड-19 महामारी के बीच लोगों के लिए कल्याणकारी गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन इसके बजाय वह अन्नाद्रमुक नेताओं को निशाना बना रही है और राजनीतिक प्रतिशोध में लिप्त है।
Published: undefined
अन्नाद्रमुक नेताओं ने कहा कि सच्चाई का पता लगाने से पहले पिछली अन्नाद्रमुक सरकार में रहे मंत्रियों के खिलाफ आरोप लगाना अनुचित है। पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम ने कहा कि पार्टी अपने नेताओं के खिलाफ इन मनगढ़ंत मामलों से लड़ेगी और ऐसे चुनौतीपूर्ण कोविड समय के दौरान तमिलनाडु के लोगों की सेवा करने में सबसे आगे रहेगी।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined