एक नए अध्ययन में ऐसे प्रमाण मिले हैं कि इटली में नवंबर 2019 में ही कोरोना वायरस पैर पसार चुका था। एक हालिया अध्ययन में दावा किया गया है कि इटली में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस बीमारी से कुछ महीने पहले नवंबर 2019 के अंत में मिलान क्षेत्र के एक बच्चे में कोरोना संक्रमण होने के प्रमाण मिले हैं।
Published: undefined
अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की ओर से प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, इटली और कनाडा के शोधकर्ताओं ने 39 रोगियों से उनकी सहमति से सितंबर 2019 से फरवरी 2020 तक एकत्र ऑरोफरीन्जल स्वाब नमूनों का विश्लेषण किया। इस दौरान मिलान के आसपास के इलाके में रहने वाले चार वर्षीय बच्चे के नमूने का परीक्षण किया गया, जिसमें वह पॉजिटिव था। उस बच्चे का कोई यात्रा इतिहास भी नहीं था।
Published: undefined
बच्चे को 21 नवंबर, 2019 को खांसी और जुमाक की शिकायत हुई थी और उसका नमूना (सैंपल) लक्षण शुरू होने के दो सप्ताह बाद पांच दिसंबर को लिया गया था। अध्ययन में कहा गया है कि ये निष्कर्ष यूरोप में कोविड-19 की शुरूआत होने के अन्य सबूतों के साथ इसके शरद ऋतु के अंत तक शुरू होने का प्रमाण पेश करते हैं।
Published: undefined
विशेषज्ञों का कहना है कि यह निष्कर्ष इटली में कोरोना की पहली लहर की तेजी को समझाने में भी मदद करेगा। वहीं, इटली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि देश में 16,999 अन्य लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। नवंबर के अंत से यहां दैनिक तौर पर मिलने वाले मामले घटे हैं।हालिया कोरोना संक्रमण के आंकड़ों से पता चलता है कि इटली में संक्रमण की दूसरी लहर अब कुछ धीमी दिखाई दे रही है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined