यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों ने चेन्नई में प्रदर्शन कर केंद्र और राज्य सरकारों से उन्हें भारत में अपना कोर्स पूरा करने की अनुमति देने की मांग की है। छात्रों ने हाथों में तख्तियां लेकर अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी की।
छात्रों ने कहा कि वे चाहते हैं कि सरकार उन्हें बिना प्रवेश परीक्षा के मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दे और ट्यूशन फीस के रूप में लाखों का भुगतान न करें, क्योंकि वे युद्ध के कारण यूक्रेन से विस्थापित हो गए थे और उन्हें अपनी पढ़ाई बंद करनी पड़ी थी।
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यूक्रेन एमबीबीएस स्टूडेंट्स पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गुनासेकरन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा : "तमिलनाडु के 1,896 मेडिकल छात्रों का भविष्य युद्ध के कारण मुश्किल में है और उनका जीवन खतरे में है। पश्चिम बंगाल, गुजरात और तेलंगाना जैसे राज्यों में अपने छात्रों को आश्वासन दिया, लेकिन तमिलनाडु राज्य ने अभी तक ऐसा नहीं किया है।"
छात्र आने वाले दिनों में मदुरै, तिरिची, कन्याकुमारी, सलेम और कोयंबटूर में भी इसी तरह के प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।
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