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सोनभद्र नरसंहार: लोकल थाने को पहले से थी वारदात की जानकारी, कांस्टेबल ने घटना वाले दिन बनाया था समझौते का दबाव

सोनभद्र नरसंहार की जानकारी स्थानीय पुलिस थाने को पहले से थी और इस थाने के एक कांस्टेबिल ने जमीन विवाद के समझौते के लिए दबाव बनाते हुए ‘कुछ बड़ा’ होने की चेतावनी भी दी थी। यह खुलासा इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट में घटना के गवाह के हवाले से किया गया है।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया 

सोनभद्र नरसंहार के एक गवाह ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस कांड के गवाह राम राज्य का कहना है कि घटना वाले दिन नरसंहार से ठीक पहले स्थानीय पुलिस थाने के एक कॉन्सटेबल ने जमीन विवाद पर समझौते के लिए फोन किया था। रामराज्य का कहना है कि थाने के कॉन्सटेबल सत्यजीत ने कहा था कि अगर समझौता नहीं होता तो 'कुछ बड़ा' हो सकता है। फिलहाल इस कॉन्सटेबल को सस्पेंड कर दिया गया है।

Published: 21 Jul 2019, 9:56 AM IST

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक गवाह राम राज्य को जैसे ही हमला होने का शक हुआ, उसने सोनभद्र के एसपी सलमानताज जफरताज पाटिल को मदद के लिए फोन पर सूचित किया। लेकिन उसे स्थानीय थाने से ही संपर्क करने के लिए कहा गया। राम राज्य के मुताबिक उसने एसपी को बताया कि प्रधान यज्ञदत्त कुछ साजिश रच रहा है। एस पी ने कहा कि थाने का इंस्पेक्टर ही इस मामले को देखेगा।

Published: 21 Jul 2019, 9:56 AM IST

अखबार के मुताबिक राम राज्य ने आगे बताया, “हमला शुरू होने के बाद मैंने सुबह 11 से साढ़े ग्यारह के बीच 100 नंबर और 1076 पर लगातार फोन किया। लेकिन 30 किलोमीटर दूर स्थित घोरावल पुलिस थाने से पुलिस को आने एक घंटा लग गया। तब तक हमलावर हत्याएं तब तक दत्त और उसके आदमी भाग चुके थे।“

अखबार ने इस बारे में एसपी पाटिल से भी बात की। उन्होंने इन आरोपों को नकारते हुए रामराज्य का फोन आने तक से इनकार किया है। एसपी पाटिल ने अखबार को बताया कि फोन करने वाले कॉन्सटेबल सत्यजीत को सस्पेंड कर दिया गया है और उसके खिलाफ जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर उसके खिलाफ पक्षपात का आरोप सही पाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

Published: 21 Jul 2019, 9:56 AM IST

गौरतलब है कि 17 जुलाई को गुर्जर समुदाय के लोगों ने गोंड आदिवासियों पर जमीन के कब्जे को लेकर हमला कर दिया था। गांव के प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर ने एक बड़ी जमीन खरीदी थी, लेकिन इस पर पीढ़ियों से आदिवासी खेती कर रहे थे। प्रधान 200 से ज्यादा लोगों को लेकर इसी जमीन पर कब्जा करने के लिए आया था।

Published: 21 Jul 2019, 9:56 AM IST

इस दौरान प्रधान के लोगों ने आदिवासियों पर बंदूक, डंडा, गंडासे और दूसरे हथियारों से हमला कर दिया, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं 24 से ज्यादा घायल हो गए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ आज सोनभद्र का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने वाले हैं।

Published: 21 Jul 2019, 9:56 AM IST

दो दिन पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी सोनभद्र जाकर पीड़ितों से मिलना चाहती थीं, लेकिन योगी सरकार ने उन्हें वहां जाने से न सिर्फ रोक दिया था बल्कि गिरफ्तार कर चुनार किले में कैद कर दिया था। बाद में पीड़ितों ने किले में ही आकर प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी।

इसके अलावा दूसरे विपक्षी नेता भी सोनभद्र जाने के लिए उत्तर प्रदेश पहुंचे थे, लेकिन योगी सरकार ने किसी को भी सोनभद्र जाने की इजाजत नहीं दी।

Published: 21 Jul 2019, 9:56 AM IST

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Published: 21 Jul 2019, 9:56 AM IST