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मराठा आंदोलन के आगे झुकी शिंदे सरकार, किसानों ने किया समर्थन तो बातचीत के लिए खोले दरवाजे

जालना में प्रदर्शनकारियों पर हवाई फायरिंग, लाठीचार्ज और आंसूगैस के गोले छोड़ने के बाद मराठा समुदाय गुस्से में है। इस कार्रवाई में पुलिस समेत पांच दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। जालना पुलिस ने आज से 17 सितंबर तक पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी है।

मराठा आंदोलन के आगे झुकी शिंदे सरकार,  बातचीत के लिए खोले दरवाजे
मराठा आंदोलन के आगे झुकी शिंदे सरकार, बातचीत के लिए खोले दरवाजे फोटोः IANS

पिछले तीन दिनों से महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन पर जालना में पुलिस की बर्बर कार्रवाई के खिलाफ तेजी से फैल रहे आक्रोश और इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने के ऐलान से पैदा हुए हालात को देखते हुए राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार ने झुकते हुए आंदोलनकारी समूहों के साथ बातचीत के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं।

मराठों के लिए शिक्षा और नौकरी में कोटा सुनिश्चित करने के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सार्वजनिक आश्‍वासन के बाद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भूख हड़ताल का नेतृत्व कर रहे मराठा क्रांति मोर्चा के नेता मनोज जारंगे को फोन किया और कहा कि सरकार प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज का समर्थन नहीं करती है। माना जा रहा है कि उन्होंने बातचीत की भी पेशकश की है।

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इससे पहले शुक्रवार शाम को जालना में मराठा आंदोलनकारियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज हवाई फायरिंग और आंसूगैस के गोले छोड़ने के बाद हिंसा भड़क उठी थी, इसके बाद बीजेपी नेता और मंत्री गिरीश महाजन और विधायक नितेश एन. राणे अंतरावली-सरती गांव में प्रदर्शनकारियों से मिलने उनके टेंट में पहुंचे थे। इसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से अलग हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार को हिंसा की पूरी जांच के आदेश देने पड़े।

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समझा जाता है कि उस मुलाकात में राज्य सरकार की ओर से गिरीश महाजन ने मराठाओं के साथ बातचीत का प्रस्ताव पेश किया है, बशर्ते मराठा नेता पहले अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दें। हालांकि, जारांगे की प्रतिक्रिया स्पष्ट नहीं थी, लेकिन एक मराठा नेता ने कहा कि वे अंतिम निर्णय लेने से पहले सभी समूहों के बीच परामर्श करेंगे।

इस बीच महाराष्ट्र संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ. अशोक धवले ने आज मुंबई में संगठन के सम्मेलन से पहले प्रदर्शनकारी मराठों पर पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा की, जिनमें से 90 प्रतिशत किसान हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शनकारियों की मांगों का समर्थन करते हुए आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।

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शुक्रवार को पुलिस की बर्बर कार्रवाई के बाद शनिवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना-यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के अशोक चव्हाण जालना गए थे। वहां पर उन्होंने प्रदर्शनकारियों और पुलिस कार्रवाई में घायल हुए लोगों से मुलाकात की थी। तीनों नेताओं ने प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की थी। अब सोमवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे जालना जाएंगे और मराठों से मुलाकात कर उनके प्रति एकजुटता व्यक्त करेंगे।

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जालना में प्रदर्शनकारियों पर हवाई फायरिंग, लाठीचार्ज और आंसूगैस के गोले छोड़ने के बाद राज्य में मराठा समुदाय गुस्से में है। इस कार्रवाई में पुलिसकर्मियों समेत पांच दर्जन से ज्यादा लोग हताहत हुए हैं। इस बीच, जालना पुलिस ने रविवार को तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पूरे जिले में 17 सितंबर तक धारा 144 लागू कर दिया है।

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