मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने बयान से केंद्र की मोदी सरकार को एक बार फिर असहज कर दिया है। साथ ही केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने यह बयान उपराष्ट्रपति पद को लेकर दिया है। सत्यपाल मलिक ने कहा कि उन्हें संकेत दिया गया था कि अगर वह केंद्र के खिलाफ बोलना बंद कर दें तो उन्हें उपराष्ट्रपति बना दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “मेरा कहना इसमें ठीक नहीं, लेकिन मुझे इशारे थे, पहले से कि आप नहीं बोलोगो तो आपको (उपराष्ट्रपति) बना देंगे, लेकिन मैं यह नहीं कर सकता। मैं जो महसूस करता हूं वह जरूर बोलता हूं।”
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कांग्रेस पार्टी ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बयान को आधार बनाते हुए केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, “मोदी जी की रेवड़ियां: सरकार के खिलाफ मत बोलो, मेरे काले कारनामे मत खोलो, उपराष्ट्रपति बना दूंगा। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा- मुझे मोदी सरकार से ऑफर था कि सच बोलना बंद कर दो, उपराष्ट्रपति बना दूंगा। वाह मोदी जी वाह… आप तो बड़े कलाकार निकले।”
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राज्यपाल सत्यपाल मलिक अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं। अक्सर वह मोदी सरकार से सवाल पूछते रहते हैं। साथ ही सरकार पर जोरदार हमला भी बोलते हैं। अभी कुछ दिन पहले ही मोदी सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना पर भी उन्होंने सवाल खड़े किए थे। जिस समय इस योजना के खिलाप देशभर में जोरदार विरोध हो रहा था। उस समय उन्होंने कहा था कि सरकार को यह योजना वापस लेनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि अगर पीएम मोदी मिलने का वक्त दें तो उनके साथ इस पर चर्चा करेंगे।
सत्यपाल मलिक ने कहा था, "देश का सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है, अग्निपथ स्कीम पर सरकार को दोबारा विचार करना चाहिए। यह योजना बहुत शर्मनाक है, युवाओं को नीचा दिखाएगी और इस योजना से युवाओं का कोई लाभ नहीं होने वाला है। इसलिए इस योजना को वापस लिया जाना चाहिए।"
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देशभर में जिस समय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था और सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही थी। उस समय भी राज्यपाल सत्यापल मलिक ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरा था। अंदोलन के दौरान 200 से ज्यादा किसानों की मौत हुई थी। इस पर सत्यपाल मलिक ने कहा था, “कुतिया भी मर जाती है तो उसके लिए भी हमारे नेताओं का शोक संदेश आता है, लेकिन 250 किसान मर गए, लेकिन कोई बोला भी नहीं। यह सब मेरी आत्मा को दर्द देता है।”
जाट समाज द्वारा आयोजित समाज जागृति शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सत्यापाल मलिक ने कहा था, “किसानों को लेने वाले नहीं बल्कि देने वाले के रूप में सामने आना चाहिए। उन्हें एकजुट होकर अपनी सरकार बनानी चाहिए।”
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पुलवामा आतंकी हमले पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सरकार की गलती मानी थी। उन्होंने कहा था कि खुफिया एजेंसियों से चूक हुई थी। उन्होंने कहा था, “हम हाईवे पर घूम रही विस्फोटकों से भरी गाड़ी को पहचान करने में असफल रहे। हमें यह बात कबूल करनी होगी कि हमसे भी चूक हुई। गाड़ी में आत्मघाती हमलावर सवार थे, यह जानकारी नहीं होना हमारे लिए चूक है।”
फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में 44 जवान शहीद हो गए थे।
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