हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली बीजेपी-जेजेपी सरकार की उपेक्षा से दुखी होकर फरीदाबाद से कांग्रेस के विधायक नीरज शर्मा ने बड़ा फैसला ले लिया है। उन्होंने चंडीगढ़ में अपने वस्त्र त्याग कर कफन धारण कर लिया है। साथ ही ऐलान कर दिया कि जब तक बीजेपी सरकार उनकी नहीं सुनती वह यही चोला धारण किए रहेंगे। यहां तक कि विधानसभा के आने वाले बजट सत्र में भी वह इसी रूप में सदन की कार्यवाही में भाग लेंगे। नीरज शर्मा इससे पहले भी सिले वस्त्र त्याग चुके हैं। यहां तक कि पैरों में जूते-चप्पल तक उन्होंने त्याग दिए थे।
फरीदाबाद एनआईटी विधानसभा से विधायक नीरज शर्मा ने एक दिन पहले यानि 16 जनवरी को यह ऐलान किया था कि वह 17 जनवरी को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास यानि संत कबीर कुटीर के सामने अपने वस्त्र त्याग देंगे। उनके इस ऐलान के बाद से ही सरकार का खुफिया तंत्र एक्टिव हो गया था। चंडीगढ़ के सेक्टर-3 स्थित हरियाणा एमएलए हॉस्टल में वह रुके हुए थे। बुधवार सुबह से ही चंडीगढ़ पुलिस और सीआईडी के लोग एमएलए हॉस्टल के बाहर घूम रहे थे।
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दोपहर तकरीबन 1 बजे जब नीरज शर्मा एमएलए हॉस्टल से बाहर निकले तो पुलिस ने मुख्य गेट पर उन्हें रोकने के लिए रस्सी लगा रखी थी। वह पुलिस से यह कहते रहे कि उनका मकसद कोई प्रदर्शन करना नहीं है। वह तो गांधीवादी तरीके से सीएम आवास के बाहर अपने वस्त्र त्याग करना चाहते हैं। लेकिन पुलिस ने उन्हें सीएम आवास के बाहर जाने की इजाजत नहीं दी, जिसके बाद वहीं एमएलए हॉस्टल के बाहर पार्क में सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के सामने नीरज शर्मा ने अपने वस्त्र त्यागने का फैसला किया।
बड़ी तादाद में जुटे मीडियाकर्मियों के समक्ष नीरज शर्मा ने वहीं सुभाष पार्क में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के समक्ष अपने पहने हुए वस्त्र त्याग कर कफन का सिला हुआ चोगा धारण कर लिया। इस पर जय सिया राम और स्वास्तिक के साथ फरीदाबाद की एनआईटी 86 विधानसभा की जन समस्याओं की तस्वीर और समस्या का कारण छपा हुआ है।
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नीरज शर्मा ने कहा कि अपने इलाके की जन समस्याओं के लिए वह लगातार संघर्ष करते रहे हैं। जब फरीदाबाद नगर निगम में 200 करोड़ का घोटाला हुआ तब भी उन्होंने दोषियों की गिरफ्तारी के लिए 54 दिन सिले हुए वस्त्र और जूते का त्याग किया था। उनके विधानसभा क्षेत्र की जनता नारकीय जीवन जी रही है औैर नगर निगम के पास पैसे नहीं हैं। जब उन्होंने निगम कमिश्नर, डायरेक्टर अर्बन लोकल बॉडीज और सेक्रेटरी व विभाग के मंत्री से फाइल पास कराकर मुख्यमंत्री के पास भिजवाई तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस फाइल पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया।
विधायक नीरज शर्मा ने इस मामले को हरियाणा विधानसभा में भी उठाया था। विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष विभाग के मंत्री कमल गुप्ता ने एक महीने के भीतर इस फाइल के पास हो जाने का आश्वासन दिया था। 16 जनवरी को एक माह पूर्ण होने के बाद आज 17 जनवरी को उन्होंने अपने वस्त्र त्याग कर कफन का चोला धारण कर लिया।
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नीरज शर्मा ने कहा कि बहुत सारी समस्याएं तो वह हैं, जिनके निराकरण का आश्वासन मुख्यमंत्री ने अपनी खुद की घोषणाओं में दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि मंत्री सदन में कहते हैं कि 600 करोड़ रुपए से ज्यादा नगर निगम के पास पड़ा है तो फिर मात्र 28 करोड़ उनकी विधानसभा की मूलभूत सुविधाओं के लिए क्यों खर्च नहीं किया जा रहा है। उनके इलाके में लोग खुले हुए सीवर और नालों में गिरकर मर रहे हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है।
जब नीरज शर्मा से पूछा गया कि क्या आगामी विधानसभा सत्र में भी वह यही वस्त्र पहनकर सदन के भीतर जाएंगे तो उन्होंने कहा कि हां जब तक उनके इलाके की मूलभूत जरूरत को पूरा करने के लिए खट्टर सरकार 28 करोड़ रुपए जारी नहीं करती है तब तक वह यही चोगा धारण किए रहेंगे।
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