हालात

सबरीमाला खुलने से पहले बवाल, दर्शन करने पहुंचीं तृप्ति देसाई को कोच्चि एयरपोर्ट पर रोका, बाहर प्रदर्शन

कोच्चि एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हो गए हैं। तृप्ति देसाई का भारी विरोध हो रहा है। प्रदर्शनकारी तृप्ति देसाई के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने पहले ही कह दिया था कि वे उन्हें बाहर निकलने नहीं देंगे।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया सबरीमाला के दर्शन करने पहुंचीं तृप्ति देसाई को कोच्चि एयरपोर्ट पर रोका गया

केरल के सबरीमाला मंदिर के कपाट आज 2 महीने के खोले जाएंगे। इस बीच मंदिर दर्शन के लिए जा रहीं सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई 6 सहयोगियों के साथ कोच्चि एयरपोर्ट पहुंच गई हैं। केरल पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक दिया है, बाहर नहीं निकलने दे रही है।

Published: 16 Nov 2018, 11:03 AM IST

कोच्चि एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हो गए हैं। तृप्ति देसाई का भारी विरोध हो रहा है। प्रदर्शनकारी तृप्ति देसाई के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने पहले ही कर दिया था कि वे देसाई को बाहर निकलने नहीं देंगे। उधर ऑटो चालकों ने भी उन्हें मंदिर तक ले जाने से मना कर दिया है।

फिलहाल तृप्ति देसाई एयरपोर्ट के अंदर हैं। एयरपोर्ट के अंदर ही उन्होंने साथियों के साथ नाश्ता किया। वे लगातार एयरपोर्ट से बाहार जाने की मांग कर रही हैं। तृप्ति देसाई ने कहा, “मैं कोच्चि एयरपोर्ट पर सुबह 4.30 बजे पहुंच गई थी। प्रदर्शनकारी एयरपोर्ट के बाहर खड़े थे। हमने 2 से 3 बार टैक्सी बुक करने की कोशिश की, लेकिन वाहन चालकों को धमकी दी गई कि अगर वे हमें ले गए तो उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की जाएगी। प्रदर्शनकारी बाहर खड़े हैं और हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं।”

Published: 16 Nov 2018, 11:03 AM IST

उधर, सबरीमाला मंदिर के बाहर सुरक्षी कड़ी कर दी गई है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए निलक्कल और पंबा में धारा144 लगा दी गई है। पुलिस आने-जाने वालों पर नजर रख रही है।

Published: 16 Nov 2018, 11:03 AM IST

सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के आदेश के बाद सबरीमाला मंदिर के कपाट तीसरी बार शुक्रवार शाम को खुलने जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 50 साल से कम उम्र की महिलाएं अब तक विरोध के चलते मंदिर में नहीं जा पाई हैं।

Published: 16 Nov 2018, 11:03 AM IST

उधर राज्य सरकार इस मुद्दे पर मंदिर प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के साथ बैठक कर आम सहमित बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन अब तक आम सहमित बनाने में असफल रही है। सरकार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करवाना उसका कर्तव्य है। सरकार का कहना है कि उसकी यह कोशिश है कि महिलाएं मंदिर के दर्शन कर सकें। इसके लिए पूरी कोशिश कर रही है।

Published: 16 Nov 2018, 11:03 AM IST

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: 16 Nov 2018, 11:03 AM IST