गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संदेश में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, “भारत की बहुलता, हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमारी डाइवर्सिटी, डेमोक्रेसी और डेवलपमेंट, पूरी दुनिया के सामने एक मिसाल है। देश के संसाधनों पर हम सभी का बराबर का हक है, चाहे हम किसी भी समूह के हों, किसी भी समुदाय के हों, या किसी भी क्षेत्र के हों।”
उन्होंने आगे कहा, “कहा कि देश इस समय एक ऐसे महत्वपूर्ण मुकाम पर है, जहां आज के निर्णय और कार्यकलाप 21वीं सदी के भारत का स्वरूप निर्धारित करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में एकजुट होकर, अपने प्रयासों के बल पर, इस सदी को भारत की सदी बनाने का अवसर सबके सामने है।”
उन्होंने आगे कहा, “राष्ट्र निर्माण की नजर से आज का यह समय हम सबके लिए उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना हमारे देशवासियों के लिए स्वतंत्र भारत का शुरुआती दौर था।” उन्होंने कहा, “इसी साल 2 अक्टूबर को हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएंगे। गांधीजी ने भारत ही नहीं अपितु एशिया, अफ्रीका तथा दुनिया के कई अन्य देशों में साम्राज्यवाद को खत्म करने के लिए, लोगों में आत्मविश्वास और प्रेरणा का संचार किया। लोगों को उन्होंने आजादी की राह दिखाई। बापू, आज भी, हमारे गणतंत्र के लिए नैतिकता के प्रकाश-पुंज हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “26 नवंबर को हम सब अपने संविधान दिवस की 70वीं वर्षगांठ मनाएंगे। हमारा संविधान, हमारे गणराज्य की आधारशिला है। यह एक दूरदर्शी और जीवंत दस्तावेज है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर, संविधान की रचना के प्रमुख शिल्पी, बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर का योगदान विशेष रूप से स्मरणीय है।”
राष्ट्रपति ने आगे कहा, “17वीं लोकसभा के निर्वाचन के लिए होने वाले आम-चुनाव में हम सब अपने मताधिकार का इस्तेमाल, अपनी लोकतान्त्रिक मान्यताओं और मूल्यों के प्रति पूरी निष्ठा के साथ करेंगे। यह चुनाव, इस मायने में विशेष होगा कि 21वीं सदी में जन्म लेने वाले मतदाता, पहली बार, मतदान करेंगे और नई लोकसभा के गठन में अपना योगदान देंगे।”
उन्होंने कहा, “हमारे युवा, हुनरमन्द होकर, रोजगार की नई संभावनाएं पैदा कर रहे हैं। व्यवसाय के लिए ऋण की सुविधा सुलभ कराई जा रही है। लोगों को जन-औषधि केन्द्रों में, सस्ती दरों पर, दवाइयां मिल रही हैं।”
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उन्होंने आगे कहा, “डिजिटल कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव आया है। बन्दरगाहों, अंतर्देशीय जलमार्गो, बेहतर रेल सेवाओं, आधुनिक मेट्रो सुविधाओं, राष्ट्रीय राजमार्गो, गांव की सड़कों और देश के अंदरूनी इलाकों में किफायती हवाई यात्रा की सुविधाओं से कनेक्टिविटी बेहतर हो रही है। आज दुनिया की निगाहें, हमारे युवा उद्यमियों और हमारी अर्थ-व्यवस्था पर टिकी हुई हैं।”
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