रिलायंस जियो ने अपने ग्राहकों को झटका दिया है। अब ग्राहकों को दूसरी कंपनी के नेटवर्क पर कॉल करने के लिए 6 पैसे प्रति मिनट चुकाने पड़ेंगे। इसके लिए उन्हें इंटरकनेक्ट यूजेज चार्ज (आईयूसी) टॉप-अप करवाना होगा। हालांकि इसके बदले कंपनी फ्री डाटा देगी। यह नियम 10 अक्टूबर से यानी कल से लागू हो जाएगा। इसकी जानकारी कंपनी ने बुधवार को दी।
Published: 09 Oct 2019, 7:57 PM IST
कंपनी ने बताया कि सभी इंटरनेट कॉल, इनकमिंग कॉल, जियो से जियो पर कॉल और लैंडलाइन पर किए गए कॉल पहले की तरह फ्री रहेंगे। सिर्फ दूसरे नंबर पर किए गए कॉल के पैसे देने होंगे। कंपनी ने आगे बताया ट्राई ने 1 अक्टूबर 2017 को आईयूसी चार्ज 14 पैसे से घटाकर 6 पैसे किए थे। एक जनवरी 2020 से इसे पूरी तरह खत्म करने का प्रस्ताव था, लेकिन ट्राई इस पर फिर से कंसल्टेशन पेपर ले आया। इसलिए, ये शुल्क आगे भी जारी रह सकता है।
Published: 09 Oct 2019, 7:57 PM IST
जियो कंपनी ने आगे कहा कि पिछले 3 सालों में वह आईयूसी चार्ज के तौर पर 13,500 करोड़ रुपए का भुगतान दूसरे ऑपरेटरों को कर चुकी है। पिछले तीन सालों से आईसीयू चार्ज का बोझ ग्राहकों पर नहीं डाल रहे थे। लेकिन, ये शुल्क 31 दिसंबर के बाद भी जारी रहने की आशंका को देखते हुए मजबूरन कंपनी को फैसला लेना पड़ा।
Published: 09 Oct 2019, 7:57 PM IST
क्या है आईयूसी चार्ज?
टेलीकॉम कंपनियों को एक-दूसरे को आईयूसी चार्ज का भुगतान करना पड़ता है। आईयूसी चार्ज ग्राहकों द्वारा एक-दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने की वजह से देना पड़ता है। जैसे की अगर जियो के ग्राहक एयरटेल पर कॉल करता है तो जियो को एयरटेल को आईयूसी चार्ज देने होंगे। इसकी दर टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) तय करती है।
Published: 09 Oct 2019, 7:57 PM IST
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Published: 09 Oct 2019, 7:57 PM IST