मोदी सरकार के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसानों के आंदोलन में शामिल होने निकले राजस्थान के किसानों के समूह ने आज राजस्थान-हरियाणा के बीच शाहजहांपुर बॉर्डर पर पुलिस द्वारा रोके जाने पर जमकर हंगामा किया। किसान करीब एक दर्जन ट्रैक्टरों से पुलिस की बेरिकेडिंग तोड़ते हुए जबरन हरियाणा में प्रवेश कर गए और दिल्ली की तरफ रवाना हो गए। इस दौरान किसानों को रोकने की कोशिश में हरियाणा पुलिस ने जमकर आंसू गैस के गोले दागे।
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इस बीच दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसानों का आंदोलन 36वें दिन भी जारी है। किसान संगठनों और सरकार के बीच कल हुई बातचीत में भी सहमति नहीं बन सकी है। वार्ता में सरकार ने किसानों की कुछ मांगों को मानने पर सहमति जरूरू जताई है, लेकिन एमएसपी की प्रमुख मांग पर कोई आश्वासन नहीं दिया है। इस बीच अब पैदा हुए गालात को लेकर शुक्रवार को सिंधु बॉर्डर पर 80 किसान संगठनों की अहम बैठक होगी, जिसमें तय किया जाएगा कि चार जनवरी को होने वाली अगले दौर की बैठक में किसानों का एजेंडा क्या होगा।
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वहीं किसानों के साथ बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पहले की तरह इस बार भी किसानों से बातचीत का माहौल अच्छा रहा। बैठक में लगभग 50 फीसदी मुद्दों पर सहमति बन गई है। जिन दो मुद्दों पर रजामंदी नहीं हुई है, वो कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी का मुद्दा है। अब इन दोनों मुद्दों पर सहमति के लिए 4 जनवरी को फिर बातचीत होगी।
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उधर किसान संगठनों ने कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी पर बात नहीं बनने पर अपना आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है। बैठक के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि बुधवार की बातचीत अच्छी रही। सरकार ने हमारी दो मांगों को मान लिया है। अब चार जनवरी को अगली वार्ता होगी। किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से जारी रहेगा।
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