बीते दिनों राजधानी दिल्ली में भड़की हिंसा अब शांत हो गई है और अब हिंसा प्रभावित इलाकों में राहत कार्य चलाया जा रहा है। इसी बीच हालात का जायजा लेने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल हिंसा प्रभावित इलाकों के दौरे पर पहुंचा। यहां राहुल गांधी ने कई इलाकों का दौरान किया कई पीड़ितों से बात की।
Published: 04 Mar 2020, 7:46 PM IST
सबसे पहले राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं के साथ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बृजपुरी इलाके में पहुंचे, जहां उन्होंने अरुण पब्लिक स्कूल नाम के उस स्कूल का दौरा किया, जिसे दंगाइयों ने जलाकर खाक कर दिया है। स्कूल का दौरा करने के बाद बाहर आकर राहुल गांधी ने कहा, यह स्कूल है, जो देश का भविष्य है। नफरत और हिंसा ने इसे जलाकर खाक कर दिया है। हिंसा और नफरत विकास के दुश्मन हैं। इस हिंसा से भारत माता को कोई फायदा नहीं। सभी को एक साथ काम करना होगा और भारत को आगे ले जाना होगा।
Published: 04 Mar 2020, 7:46 PM IST
ब्रजपुरी के अलावा राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने हिंसा प्रभावित चांदबाग इलाके का भी दौरा किया। यहां राहुल गांधी ने कई पीड़ितों से बात की और उनका दर्द जाना। राहुल गांधी ने लोगों से अपील करते हुए सबको मिलकर प्यार से यहां काम करना होगा। हिंदुस्तान को जोड़कर ही आगे बढ़ा जा सकता है। आज हिंदुस्तान को बांटा जा रहा है और जलाया जा रहा है। राजधानी में हुई हिंसा से दुनिया में जो भारत की छवि है, उसको ठेस पहुंची है। भाईचारा और एकता हमारी ताकत थी, उसको यहां जलाया गया है। इस नफरत और हिंसा से हिंदुस्तान और भारत माता को नुकसान होता है।
Published: 04 Mar 2020, 7:46 PM IST
राहुल गांधी के साथ कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, के सुरेश, गौरव गोगोई और ब्रह्म मोहिंद्रा समेत कई नेता शामिल थे। बता दें कि 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में भड़की हिंसा तीन दिन तक जारी रही थी, जिसमें 47 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग घायल हैं।
Published: 04 Mar 2020, 7:46 PM IST
गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा को लेकर कांग्रेस ने आक्रामक रुख अपनाया हुआ है। कांग्रेस संसद के दोनों सदनों में भी लगातार दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठा रही है। दिल्ली हिंसा को लेकर राहुल गांधी समेत कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया और अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। वहीं दंगों के दौरान सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उनसे मोदी सरकार को ‘राजधर्म’ याद दिलाने की अपील की थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने हिंसा के लिए गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की थी।
Published: 04 Mar 2020, 7:46 PM IST
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Published: 04 Mar 2020, 7:46 PM IST