पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर अपना पीठ थपथपाने वाली मोदी सरकार को राहुल गांधी ने हमला बोला है। उदयपुर में व्यवसायियों और पेशेवर लोगों से संवाद के दौरान राहुल गांधी ने कहा, “मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक को अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया, जबकि यह फैसला सेना का था। यूपी के चुनावों में हार सामने दिखी तो पीएम मोदी ने एक ‘सैन्य फैसले’ को ‘राजनीतिक संपत्ति’ में बदल दिया।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आप जानते हैं कि जिस सर्जिकल स्ट्राइक की नरेंद्र मोदी बात कर रहे हैं, उस तरह का सर्जिकल स्ट्राइक मनमोहन के कार्यकाल में 3 बार किया जा चुका है। राहुल गांधी ने कहा, “जब सेना ने मनमहोन सिंह से कहा कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है तो मनमोहन सिंह ने कहा था कि यह कार्रवाई गुप्त रहना चाहिए।”
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इस दौरान पीएम मोदी पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने कहा, “पीएम को लगता है कि सैन्य क्षेत्र में वह सेना से ज्यादा जानकारी रखते हैं, विदेश मंत्री से ज्यादा विदेश मंत्रालय को जानते हैं। उन्हें लगता है कि वह कषि मंत्री से ज्यादा कृषि क्षेत्र के बारे में जानते हैं। ऐसा उन्हें लगता है कि सारी जानकारी उनके दिमाग से ही आती है।”
कारोबारियों को संबोधित करते हुए नोटबंदी को लेकर भी पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “पीएम मोदी ने नोटबंदी से पहले पूरी कैबिनेट को कमरे में बंद कर दिया था, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी और लाखों लोगों को बर्बाद कर दिया।” राहुल गांधी ने बैंकों की एनपीए को लेकर कहा, “यूपीए सरकार ने जब मोदी जी को सरकार सौंपी तब एनपीए 2 लाख करोड़ रुपये था जो चार साल में बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गया।”
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देश में शिक्षण संस्थानों की हालत पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह काल्पनिक बात है कि प्राइवेट सेक्टर के शिक्षण संस्थान बेहतर हैं। हमारा साफ मानना है कि सरकारी संस्थानों और हेल्थकेयर के बिना हम देश को नहीं चला सकते हैं। हिंदुस्तान के सबसे बेहतर शिक्षा संस्थान सरकारी हैं।
इस दौरान उन्होंने आगे कहा, “हिंदुत्व का सार क्या है? गीता क्या कहती है? वह ज्ञान हर किसी के साथ है, ज्ञान आपके चारों ओर है। प्रत्येक जीवित चीज के पास ज्ञान है। हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह हिंदू हैं लेकिन हिंदुत्व की नींव के बारे में नहीं जानते। वह किस प्रकार के हिंदू हैं।”
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