राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, “मैं देश के युवाओं को बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री भ्रष्ट है। राफेल मामले में सीधे प्रधानमंत्री पर आरोप लग रहे हैं लेकिन वे चुप हैं।” उन्होंने कहा, “पहले फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति और अब राफेल के सीनियर एक्जीक्यूटिव ने साफ कह दिया है कि राफेल सौदे के बदले दसॉल्ट को रिलायंस से डील करने को कहा गया था। यह दर्शाता है कि राफेल सौदे में घोटाला हुआ है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने की बात भी कही। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने 30 हजार करोड़ रुपये वायुसेना से लेकर अनिल अंबानी की जेब में डाले गए। अनिल अंबानी जी 45 हजार करोड़ रुपये के कर्ज में हैं। 10 दिन पहले कंपनी खोली और प्रधानमंत्री जी ने 30 हजार करोड़ रुपया, हिन्दुस्तान की जनता का पैसा, एयरफोर्स का पैसा अनिल अंबानी की जेब में डाल दिया।”
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उन्होंने कहा कि पीएम मोदी भ्रष्टाचार के मामले को लेकर सत्ता में आए थे और वही अब इन आरोपों से जूझ रहे हैं। उन पर आरोप लगा है, उन्हें इस मामले पर बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर पीएम इस मामले पर बोल नहीं पा रहे हैं तो वह इस्तीफा दे दें। उन्होंने कहा कि देश के युवा रोजगार खोज रहे हैं और प्रधानमंत्री जी अनिल अंबानी जी की चौकीदारी कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि ये हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री नहीं है ये अंबानी के प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों, युवाओं और गरीबों के साथ विश्वासघात किया है।
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राफेल सौदे को लेकर जेपीसी गठित कर मामले की जांच की मांग की थी, लेकिन मोदी सरकार इससे पीछे हट गई। इस दौरान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण पर भी राहुल गांधी ने हमला बोला। उन्होंने कहा, “अभी और कॉन्ट्रेक्ट के बारे में भी खबरे सामने आएंगी। देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण डील विवाद के बाद फ्रांस जाती हैं और वहां दासॉल्ट जाती हैं। आखिर वो दासॉल्ट क्यों जाती हैं। इससे पता चलता है कि कहीं ना कहीं दाल में काला है।”
बुधवार को हुए खुलासे में मीडियापार्ट के अनुसार राफेल लड़ाकू विमान बनाने वाली कम्पनी दसॉल्ट के एक आंतरिक दस्तावेज के मुताबिक भारत से 36 राफेल विमान सौदे में अनिल अम्बानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को भारत में आफसेट पार्टनर बनाना आवश्यक था।
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