गुरुनानक देवजी के 550 प्रकाश पर्व के सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम मंगलवार से शुरु हुए। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कपुरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी में कार्यक्रमों की शुरुआत करते हुए सभी से इस मौके पर साथ आने की अपील की। अमरिंदर सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब की सरूप सेवा कर इस धार्मिक उत्सव का उद्घाटन किया। पंजाब सरकार, सिखों की धार्मिक संस्थाओं और सुल्तानपुर लोधी के श्री गुरुनानक दरबार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित सहज पथ का कार्यक्रम हुआ।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गुरुनानक देव के उन उपदेशों का जिक्र किया जिसमें उन्होंने सहिष्णुता और सौहार्द्र के जरिए दश में मौजूद धार्मिक असहिष्णुता का जवाब देने की सीख दी है।
Published: undefined
उन्होंने कहा कि पूरे राज्य से सिख संगत का इस मौके पर जमा होना सौभाग्य की बात है कि इस पवित्र आयोजन में वे अपने जीवनकाल में शामिल हुए। उन्होंने 12 नवंबर को होने वाले मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने का सभी को न्योता दिया। साथ ही 9 नवंबर से शुरु होने वाले करतारपुर कॉरिडोर के जरिए करतारपुर साहिब के दर्शन का भी आव्हान किया। गौरतलब है कि 9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेरा बाबा नानक में करतारपुर गलियारे का उद्घाटन करेंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि सुल्तानपुर लोधी को दूसरे शहरों से जोड़े के लिए 150 करोड़ की लागत से रिंग रोड बनाया जाएगा और एक प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स का भी निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स बनने के बाद फिलहाल किला सराय से ही चलने वाले तहसील प्रशासनिक कार्यालय को हटा दिया जाएगा और इस ऐतिहासिक इमारत का संरक्षण किया जाएगा।
Published: undefined
इस मौके पर पंजाब सरकार के मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी मौजूद थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कार्यक्रम में गुरुनानक देव जी से संबंधित चार पुस्तकों का भी विमोचन किया। साथ ही कुछ पुरानी पांडुलिपियों और गुरु नानाक देव जी के जीवन से जुड़ी कुछ दुर्लभ पुस्तकों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए सरकार ने सुल्तानपुर लोधी और डेरा बाबा नानक क्षेत्र के कई कस्बों और गांवों का आधुनिकीकरण भी किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन इलाकों में नई और चौड़ी सड़कों के निर्माण के साथ ही नए पुल और अस्पताल आदि भी बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस सब पर करीब 235 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, साथ ही 100 करोड़ की लागत से ‘पहली पतशाही दे चरन छुए प्राप्त पिंड’ के सभी 70 गांवों को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया गया है।
उन्होंने बताया कि पवित्र नदी बीन के दाएं किनारे पर सुल्तानपुर लोधी में सफाई आदि का काम पूरा हो चुका है। इस पर 11 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस काम में संत बलबीर सिंह सीचेवाल का सहयोग भी रहा है। उन्होंने बताया कि सुल्तानपुर लोधी को हेरिटेज टाउन के रूप में विकसित करने का 271 करोड़ के पंजाब सरकार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक धार्मिक मौके के लिए किए तमाम विकास कामों की जानकारी भी दी।
इस मौके को यादगार बनान के लिए पंजाब सरकार ने बुधवार को विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया है। इस सत्र को उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संबोधित करेंगे। साथ ही 7, 8 और 9 नवंबर को आयोजित इक नूर इंटरफेथ रिलीजन कांफ्रेंस का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें दलाई लामा समेत तमाम स्कॉलर शामिल होंगे।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined