जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 49 जवानों को शहीद पर पूरा देश रो रहा है। दूसरी ओर कुछ लोग फिदायीन हमलवार आदिल के घर संवेदना जताने के लिए पहुंच रहे हैं कुछ लोग उन्हें 'मुबारक' बोल रहे हैं। बता दें कि आदिल डार ने विस्फोटक से लदी गाड़ी से सीआरपीएफ की बस में टक्कर मारी थी जिसमें 49 जवान शहीद हो गए थे। बताया जाता है कि उनका गांव पहले से आतंकी गतिविधियों का गढ़ रहा है।
आदिल पुलवामा जिले के काकापोरा गांव में रहने वाले गुलाम डार का बेटा था। लेकिन संवेदना जताने वालों से आदिल के पिता गुलाम डार ने कहा, कश्मीर सालों से हिंसा को देख रहा है, इसलिए हमें अपनों को खोने के दर्द का अहसास है। हम सीआरपीएफ के जवानों की मौत पर खुशी नहीं मना रहे हैं, हमें इस हमले का दुख है।
उन्होंने आगे कहा उन्हें इस बात का तो पता था कि आदिल हथियार उठा चुका है लेकिन इतने बड़े कदम वो उठा सकता है, ये कभी नहीं सोचा। आदिल के पिता गुलाम हसन डार का कहना है कि 2016 में आदिल को स्कूल से वापस लौटते समय सुरक्षाबलों ने पीटा था, इस बात से आदिल के मन में सुरक्षाबलों को लेकर काफी गुस्सा था।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले में चार और जवानों की शुक्रवार को मौत होने के कारण घटना में शहीद होने वालों की कुल संख्या 49 हो गई। गुरुवार को पुलवामा में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले में जिस बस पर विस्फोटकों से भरी गाड़ी ने टक्कर मारी थी, ये जवान उससे पीछे चल रहे वाहन पर सवार थे।
Published: 17 Feb 2019, 9:01 PM IST
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Published: 17 Feb 2019, 9:01 PM IST